Last Updated:January 22, 2025, 12:01 IST
khadeshwari baba: प्रयागराज के महाकुंभ में श्री पंच दशनाम आह्वान अखाड़ा में एक बाबा आए हुए हैं, जो लगभग 8 साल से खड़े हैं. रमेश गिरी जी महाराज को लोग खड़ेश्वरी बाबा के नाम से जानते हैं. बाबा 12 वर्षों तक खड़े र...और पढ़ें
प्रयागराज के महाकुंभ में कई तरह के साधु, संन्यासी, संत आदि आए हुए हैं. श्री पंच दशनाम आह्वान अखाड़ा में एक बाबा आए हुए हैं, जो लगभग 8 साल से खड़े हैं. इस वजह से उनको खड़ेश्वरी बाबा कहा जाता है. उनका यह हठ योग काफी विचित्र है. वे एक झूले के पास खड़े रहते हैं और उनके पास एक लोहे का चिमटा है, जिससे लोगों को आशीर्वाद देते हैं. खड़ेश्वरी बाबा यह हठ योग क्यों कर रहे हैं? उनके इस हठ योग का उद्देश्य क्या है? आइए जानते हैं इसके बारे में.
हठ योग के लिए पहले ली दीक्षा
श्री पंच दशनाम आह्वान अखाड़ा के रमेश गिरी जी महाराज को लोग खड़ेश्वरी बाबा के नाम से जानते हैं. उनके इस हठ योग की प्रक्रिया बेहद कठिन है. सबसे पहले इसकी मंत्र दीक्षा ली जाती है और उस मंत्र का जाप किया जाता है. प्रतिदिन गुरु बीज मंत्र को निश्चित संख्या में उच्चारण किया जाता है.
12 वर्षों तक जारी रहेगा हठ योग
खंड़ेश्वरी बाबा ने बताया कि खड़ेश्वरी बाबा 12 वर्षों तक खड़े रहेंगे. इसको अगले और 4 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है. इसके समापन की भी प्रक्रिया है. समापन पर भंडारे का आयोजन होगा और पूरी विधि विधान से इसका समापन किया जाएगा.
खड़ेश्वरी बाबा के हठ योग का क्या है उद्देश्य
खड़ेश्वरी बाबा ने बताया कि यह एक हठ योग है, जो देश और देशवासियों के लिए है. इसका उद्देश्य यह है कि देश और विश्व में शांति बनी रहे. बांग्लादेश या अन्य जगहों पर हिंदुओं पर हिंसा हो रही है, उस पर रोक लगाई जानी चाहिए. यह महाकुंभ विश्व के कल्याण के लिए लगातार काम कर रहा है और उसी में हम सभी अपने हठयोग की आहुति प्रदान कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि यह विश्व में शांति स्थापित करने के लिए सनातन परंपरा की एक पहल है और हम चाहते हैं कि विश्व में चारों तरफ शांति हो, हम विश्व कल्याण की बात करते हैं.
चिमटे से देते हैं आशीर्वाद
खड़ेश्वरी बाबा के पास लोहे का एक चिमटा है, जिससे वे अपने पास आने वाले श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हैं. इस चिमटे से भक्तों के पीठ पर सहलाते हैं. इससे उनके जीवन में ऊर्जा का संचार होता है.
Location :
Allahabad,Allahabad,Uttar Pradesh
First Published :
January 22, 2025, 12:01 IST