खुदाई के दौरान मिली 1500 साल पुरानी कालिया मर्दन की मूर्ति, देखने के लिए पहुंचे यहां
निर्मल कुमार राजपूत /मथुरा: भगवान श्री कृष्ण से जुड़ी यादें मथुरा में आज भी जीवंत हैं. यहां पर ऐसी अद्भुत प्रतिमाएं देखने को मिलती हैं, जो सैकड़ों वर्षों पुरानी होने के बावजूद भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं को जीवंत रूप में प्रस्तुत करती हैं. मथुरा के जिला राजकीय संग्रहालय में मौजूद ये प्रतिमाएं द्वापर युग की यादें संजोए हुए हैं, जिनमें उत्कृष्ट कलाकारी और बारीक नक्काशी देखने को मिलती है.
यह प्रतिमाएं मथुरा के कंस किले के पास से खुदाई के दौरान बरामद की गई थीं, अब इन्हें संग्रहालय में सुरक्षित रखा गया है. इन पत्थर की मूर्तियों में भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का अद्भुत चित्रण किया गया है. संग्रहालय में आने वाले लोग जब इन प्रतिमाओं को देखते हैं, तो उनकी नजरें इनसे हटती नहीं हैं. मूर्तियों में दिखायी गई कलाकारी और नक्काशी अद्वितीय है, जो उस समय की शिल्पकला को उजागर करती है.
राजकीय संग्रहालय में कृष्ण लीला की झलक
संग्रहालय में मौजूद एक विशेष प्रतिमा में भगवान श्री कृष्ण की कालिया नाग पर विजय को दर्शाया गया है. राजकीय संग्रहालय के गैलरी सहायक, हरी बाबू ने लोकल18 को बताया कि यह प्रतिमा लगभग 1500 वर्ष पुरानी है और कंस टीले से प्राप्त हुई थी. इस प्रतिमा में श्री कृष्ण को कालिया नाग के फन पर बैठे हुए दिखाया गया है, जहां कालिया नाग की पत्नियां श्री कृष्ण से अपने पति को छोड़ने की विनती कर रही हैं. प्रतिमा में यह दृश्य यमुना नदी का है, जहां श्री कृष्ण कालिया नाग के फन पर नृत्य कर रहे हैं और उसके अहंकार का नाश कर रहे हैं.
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अद्वितीय नक्काशी का उदाहरण
हरी बाबू ने यह भी बताया कि पत्थर की इस मूर्ति में नक्काशी इतनी बारीकी से की गई है कि यह अपने आप में अद्भुत प्रतीत होती है. भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं से संबंधित यह मूर्ति न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि उस काल की कलात्मक उत्कृष्टता को भी दर्शाती है. यह प्रतिमा, जो भगवान श्री कृष्ण की कालिया नाग पर विजय की कहानी को जीवंत करती है, मथुरा के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व का एक प्रमुख उदाहरण है.
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FIRST PUBLISHED :
September 30, 2024, 12:59 IST