मुंबई के धारावी इलाके में बनी मस्जिद के ट्रस्ट मेंबर्स ने सोमवार सुबह इस पर हथोड़ा चलाना शुरू कर दिया. उधर पुणे के पिंपरी-चिंचवाड़ जिले में स्थित कालीवारी खेरगांव में बने एक मदरसे पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया. प्रशासन के मुताबिक, यह मदरसा अवैध था, जिसे देर रात पुलिस की कड़ी निगरानी में तोड़ा गया. हालांकि इस बुलडोजर एक्शन को लेकर वहां के स्थानीय मुस्लिमों में खासा गुस्सा देखा जा रहा है. एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन औवेसी ने ट्वीट करके इस पर नाराजगी जताई है.
ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, ‘पिंपरी-चिंचवाड़ पुणे के कालीवारी खेरगांव में एक मस्जिद है, जो पिछले 25 सालों से वहां मौजूद थी. इसी मस्जिद के आस-पास करीब हजार घर हैं, जिनके पास भी कोई अनुमति नहीं है, लेकिन सिर्फ मस्जिद दारुल उलूम जामिया इनामिया को ही तोड़ा जा रहा है.’
इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को टैग करते हुए सवाल किया कि सिर्फ एक मस्जिद को लेकर यह भेदभाव क्यों? उन घरों का क्या जिनके पास भी कोई अनुमति नहीं है. ओवैसी ने आरोप लगाया कि दक्षिणपंथी हिंदुत्व संगठनों ने सिर्फ मस्जिद के शिकायत की है, इसीलिए यह एक्शन हो रहा है.
क्या है पूरा मामला
वहीं दारुल उलूम जामिया इनामिया के ट्रस्टी कारी इकबाल उस्मानी कहते हैं, ‘यह मदरसा 2001 में बनाया गया था और 2002 में हमने अपनी ही जमीन पर एक और हाल बनाया था. उस समय सिर्फ चारदीवारी के ऊपर तिरपाल डाले हुए थे, लेकिन बच्चों को गर्मी और बारिश से बचाने के लिए हमने इसे पक्का बना दिया. हमने कॉरपोरेशन को यह भी कहा था कि इसे लीगल करने के लिए जो भी जरूरत है, वह हम सब कुछ करेंगे, लेकिन अचानक कल नगर निगम के लोग पुलिस के साथ आए और हमसे कहा कि जो अवैध हिस्सा है उसको आप अपने हिसाब से तोड़ दीजिए.’
वह बताते हुए निगम के एक्शन की खबर फैलते ही वहां धीरे-धीरे काफी भीड़ इकट्ठा हो गई. पुलिस ने हमसे भीड़ को हटाने और अपने खुद अपने हाथों से अवैध निर्माण तोड़ने को कहा था. वह कहते हैं, ‘आज सुबह तकरीबन 4:00 बजे हमारे लोग अपने हाथों से उस हिस्से को तोड़ रहे थे, तो अचानक पीछे से दो जेसीबी आई और पूरे मदसरे को उन्होंने तोड़ दिया.’
हालांकि नगर निगम के प्रवक्ता इन आरोपों से इनकार करते हैं. उन्होंने News18 से बातचीत में कहा, ‘हमने अवैध मदरसे पर कार्रवाई की है, जो हिस्सा अवैध था उसको तोड़ा गया है.’
धारावी में खुद मस्जिद पर चलाया हथोड़ा
मुंबई के धारावी इलाके में बनी महबूब-ए-सुब्हानिया मस्जिद को लेकर बीएमसी ने दावा किया था कि इसके कुछ इससे अवैध हैं. बीएमसी ने इसे तोड़ने के लिए मस्जिद के ट्रस्टीज़ को कई बार नोटिस भी भेजी थी. 21 सितंबर को नोटिस की डेडलाइन खत्म होने के बाद बीएमसी अपनी टीम को लेकर मस्जिद के अवैध हिस्से को तोड़ने के लिए धारावी भी पहुंची थी. हालांकि इसके विरोध में सैकड़ों लोग सड़कों पर आ गए थे और काफी बवाल भी मचा था.
इसके बाद बीएमसी और पुलिस ने ट्रस्टीज़ को 5 दिनों का समय देते हुए कहा था कि वे खुद ही इस अवैध हिस्से को तोड़ दें, वरना बीएमसी कार्रवाई करेगी. इसके बाद सोमवार को मस्जिद के ट्रस्टी खुद को मस्जिद के अवैध हिस्से को तोड़ने शुरू कर दिया.
Tags: Asaduddin owaisi, Mumbai News
FIRST PUBLISHED :
September 30, 2024, 14:48 IST