चित्रकूट के किसान खेती में बनेंगे स्मार्ट, मिलेट्स और गेहूं की ट्रेनिंग लेने पहुंचे मध्य प्रदेश
हरी झंडी दिखाते डीएम
रिपोर्ट- विकाश कुमार
चित्रकूट: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले का पाठा क्षेत्र खेती-किसानी के मामले में काफी पिछड़ा क्षेत्र माना जाता है. यहां के अधिकतर किसान अभी भी खेती-किसानी से हटकर अन्य काम से गुजारा करते हैं. यहां के लोगों में किसानी की समझ बढ़ाने और उसके प्रति जागरूक करने के लिए अब कृषि विभाग एक बेहतरीन प्रयास करने जा रहा है. विभाग की तरफ से जिले के 50 किसानों को खेती के गुण और बारीकी सीखने के लिए मध्य प्रदेश भेजा गया है.
बता दें कि चित्रकूट जनपद में आत्मा योजना एवं नेशनल फूड सिक्योरिटी मिशन योजना के तहत आज जनपद के 50 किसानों को मिलेट्स और गेहूं की फसल की ट्रेनिंग के लिए रवाना किया गया. जिलाधिकारी ने बस को हरी झंडी दिखाकर इन सभी को जबलपुर के लिए रवाना किया है. आपको बता दें कि आत्मा योजना एवं नेशनल फूड सिक्योरिटी मिशन योजना के तहत चित्रकूट के पांचों ब्लॉक के किसानों को चायनित कर मिलेटस और गेहूं की खेती की ट्रेनिंग के लिए उन्हें मध्यप्रदेश के जबलपुर पंडित जवाहर लाल नेहरू कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के लिए भेजा गया है.
7 दिन चलेगा प्रशिक्षण
बता दें कि चयनित किसानों को 7 दिनों का प्रशिक्षण दिया जाएगा. उन्हें यह बताया जाएगा कि मिलेटस और गेहूं से कौन-कौन से व्यंजन बन सकते हैं. यह भी बताया जाएगा कि इसकी खेती से इसके व्यापार में कैसे वृद्धि करें और बड़ा मुनाफा कमा सकें. किसान प्रशिक्षण लेने के बाद अपने जनपद में मिलेटस और गेहूं की खेती कर ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं.
कृषि उपनिदेशक ने दी जानकारी
चित्रकूट कृषि उपनिदेशक राजकुमार ने लोकल 18 को जानकारी देते हुए बताया की आज जिले के पांचों ब्लॉक के 50 किसान मध्यप्रदेश के जबलपुर पंडित जवाहर लाल नेहरू कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ट्रेनिंग के लिए भेजे गए हैं. यह किसान मिलेट्स और गेहूं की फसल का 7 दिनों तक प्रशिक्षण लेंगे और वापस अपने जिले में आकर प्रशिक्षण में बताई गई तकनीकों से खेती करेंगे.
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FIRST PUBLISHED :
September 30, 2024, 16:53 IST