Agency:News18 Haryana
Last Updated:February 05, 2025, 13:13 IST
Ambala News: अंबाला छावनी के न्यू टैगोर गार्डन में महिलाओं ने जलभराव और टूटी सड़कों की समस्या को लेकर प्रदर्शन किया. बाढ़ के बाद सड़कों की हालत खराब है, गंदा पानी जमा रहता है और बच्चों को स्कूल जाने में दिक्कत ...और पढ़ें
अंबाला के न्यू टैगोर गार्डन की महिलाएं हुई इकठ्ठा, जलभराव ओर टूटी सड़क से हुई पर
हाइलाइट्स
- अंबाला के न्यू टैगोर गार्डन में महिलाएं हुईं इकठ्ठा.
- जलभराव और टूटी सड़कों से लोग परेशान.
- प्रशासन से समस्या के समाधान की मांग.
अंबाला. अंबाला छावनी के टांगरी बांध स्थित न्यू टैगोर गार्डन में आज भारी संख्या में महिलाएं इकट्ठा हुईं और प्रशासन से उनकी समस्याओं के समाधान की मांग करने लगीं. इलाके में पानी निकासी न होने और टूटी सड़कों के कारण लोग काफी परेशान हैं. स्थानीय लोगों के अनुसार, पहले इस क्षेत्र में सड़कें ठीक थीं, लेकिन बाढ़ के बाद सड़कें पूरी तरह टूट गईं. अब टूटी हुई सड़कों पर गंदा पानी जमा रहता है. इस वजह से रोजाना कई लोग चोटिल हो रहे हैं और बच्चे गंदे पानी के बीच से स्कूल जाने को मजबूर हैं.
लोकल 18 से बातचीत में पूनम देवी ने बताया कि उनके आसपास के इलाकों में सड़कें ठीक हैं, लेकिन उनकी गली की सड़कें पूरी तरह टूटी हुई हैं. पानी निकासी न होने से जलभराव की समस्या बनी रहती है. गंदे पानी के कारण कीड़े-मकौड़े भी घरों में घुस आते हैं, जिससे लोग बेहद परेशान हैं.
नगर परिषद में दी कई बार शिकायत, पर नहीं हुई सुनवाई
पूनम देवी ने बताया कि उन्होंने कई बार नगर परिषद में शिकायत की, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही. इस गंदगी के बीच लोग रहने को मजबूर हैं. कविता देवी ने कहा कि पहले नालियां काफी ऊंची थीं, लेकिन बाढ़ के बाद वे जगह-जगह से टूट गईं. अब गंदा पानी खुले में जमा रहता है, जिससे बच्चों को स्कूल जाने में भी दिक्कत होती है.
बारिश में बिगड़ते हैं हालात
कविता देवी ने आगे बताया कि बारिश के दिनों में हालात और भी ज्यादा खराब हो जाते हैं. बच्चों की स्कूल की छुट्टियां करनी पड़ती हैं और कई बार लोग फिसल कर गंभीर रूप से चोटिल भी हो चुके हैं.
प्रशासन से लगाई गुहार
स्थानीय निवासी नेहा ने कहा कि जलभराव की समस्या इतनी गंभीर हो चुकी है कि बच्चे रोजाना गंदे पानी के बीच से स्कूल जाने को मजबूर हैं. उन्होंने प्रशासन से अपील की कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान किया जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके.
First Published :
February 05, 2025, 13:13 IST