Agency:News18Hindi
Last Updated:February 04, 2025, 14:10 IST
China Moon Mission: चीन 2026 में चांग'ई-7 मिशन के तहत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उड़ान भरने वाला रोबोट भेजेगा, जो जमी हुई बर्फ की खोज करेगा. यह मिशन चंद्रमा पर पानी के स्रोत और भविष्य में बेस बनाने की तैयारी क...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- चीन 2026 में चांग'ई-7 मिशन के तहत चंद्रमा पर उड़ने वाला रोबोट भेजेगा
- यह मिशन चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर बर्फ की खोज करेगा
- चीन का लक्ष्य 2030 तक इंसानों को चांद पर भेजना है
बीजिंग: चीन एआई की रेस में अमेरिका से आगे निकलता दिख रहा है और अब चांद को लेकर वह बड़ा प्लान बना रहा है. चीन अगले साल चंद्रमा के दूर के हिस्से पर उड़ान भरने वाला रोबोट भेजने का प्लान कर रहा है. यह चांद पर जमे हुए पानी की तलाश करेगा. अगर चीन इसमें कामयाब हो जाता है तो भविष्य में चंद्रमा पर खोज के लिए यह महत्वपूर्ण हो सकता है. उड़ने वाला यह ‘फ्लाइंग डिटेक्टर’ चांग’ई-7 मिशन के हिस्से के रूप में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भेजा जाएगा. इस मिशन का उद्देश्य चीन को अगले पांच वर्षों में चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों को उतारने के करीब लाना है.
चीन अमेरिका सहित अन्य देशों के साथ अंतरिक्ष में प्रमुख खिलाड़ी बनने की कोशिश में लगा है. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से तो यह चीन के लिए फायदेमंद है ही, बल्कि संसाधनों और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी जरूरी है. हालांकि पानी मिलना चंद्रमा पर कोई नई बात नहीं है. पिछले साल चांग’ई-5 मिशन के तहत चीनी वैज्ञानिकों ने चांद की मिट्टी में पानी खोजा था. इससे पहले अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और भारतीय अंतरिक्ष यान भी चांद पर पानी होने का दावा कर चुके हैं.
चांद पर बेस बनाना चाहता है चीन
लेकिन वैज्ञानिक मानते हैं कि चंद्रमा की दूरस्थ सतह पर गड्ढों में बर्फ है जो भविष्य के मिशन में पानी का स्रोत बन सकती है. चीन चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर एक बेस बनाने की तैयारी कर रहा है. चीनी अंतरिक्ष एक्सपर्ट्स के मुताबिक वहां मौजूद गहरे गड्ढों में पानी होने की संभावना है. CNN की रिपोर्ट के मुताबिक चीन के लूनर एक्सप्लोरेशन प्रोजेक्ट के डिजाइनर वू वेरेन ने बताया कि यह उड़ने वाला डिटेक्टर एक या दो गड्ढों की ऑन साइट जांच करेगा. बर्फ का पता लगाना न केवल स्पेस अभियानों की लागत को कम करेगा, बल्कि मानव जीवन को चंद्रमा पर बनाए रखने में मदद कर सकता है.
चीन इंसानों को भेजेगा चांद पर?
कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि चांद पर मौजूद पानी का इस्तेमाल कई कारकों पर निर्भर है, जैसे पानी की मात्रा और उसकी रासायनिक संरचना. चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन ने हाल के वर्षों में एक के बाद एक कई चंद्रमा मिशनों को अंजाम दिया है. पिछले साल भी चांद के दूर के हिस्से पर चीन पहुंचा था. इस मिशन के जरिए चीन पहला देश बना जो चंद्रमा के दूर के हिस्सों से सैंपल को वापस ला सका. चीन का अब लक्ष्य 2030 तक इंसानों को चांद पर भेजना है. उससे पहले 2026 में चांग’ई-7 मिशन भेजा जाएगा, जो दक्षिणी ध्रुव का सबसे विस्तृत सर्वेक्षण करेगा. इसमें लैंडर, रोवर और फ्लाइंग डिटेक्टर शामिल होंगे.
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New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
February 04, 2025, 14:10 IST