नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज संसद में महाकुंभ का मुद्दा उठाया। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ में हुई भगदड़ को लेकर सीएम योगी पर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने की मांग की है। वहीं भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने महाकुंभ में हुई भगदड़ पर कहा कि वह भी महाकुंभ में गई हुई थीं। वहां पर काफी अच्छे से सब कुछ किया गया है। हालांकि हादसा हुआ, लेकिन विपक्ष के लोग इसे बढ़ा चढ़ाकर बता रहे हैं। अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि हम डबल इंजन सरकार से पूछते हैं कि अगर कोई दोष नहीं था तो आंकड़े क्यों दबाए गए, छिपाए गए और मिटाए गए?'
अखिलेश के बयान पर बोलीं हेमा मालिनी
दरअसल, हेमा मालिनी भी महाकुंभ में शामिल हुई थीं। संसद में अखिलेश यादव के भाषण पर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, "वो बोलेंगे, उनका काम है बोलना, उल्टा-पुल्टा कहना। हम भी महाकुंभ में गए थे। यह बहुत अच्छी तरह से प्रबंधित किया गया था और सब कुछ बहुत अच्छी तरह से किया गया था। बीच में ये हादसा हुआ था, लेकिन वे (विपक्ष) इसे बढ़ा-चढ़ाकर बता रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार बहुत अच्छे से स्थिति को संभाल रही है।"
क्या बोले अखिलेश यादव
बता दें कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, "जब पता चला कि कुछ लोगों की जान चली गई है, उनके शव शवगृह और अस्पताल में पड़े हैं, तो सरकार ने अपने सरकारी हेलीकॉप्टर में फूल भरकर पुष्प वर्षा की। यह कहां की सनातनी परंपरा है? जाने कितने चप्पल, कपड़े और साड़ियां पड़ी थीं और उन सबको जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर ट्रॉली से उठवाया गया। कोई नहीं जानता कि उन्हें कहां फेंका गया।" उन्होंने आगे कहा, "उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शोक संवेदना व्यक्त नहीं की। जब देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने शोक संवेदना व्यक्त की, तो 17 घंटे बाद (राज्य) सरकार ने इसे स्वीकार किया। ये वो लोग हैं जो आज भी सच्चाई को स्वीकार नहीं कर सकते।"
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