Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:February 04, 2025, 16:25 IST
बसंत कालीन गन्ने की बुवाई करते समय लाल सड़न रोग विरोधी किस्म का चुनाव करना चाहिए. किसान को. 0238 की बुवाई बिल्कुल भी ना करें. बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए फरवरी का महीना बेहद ही उपयुक्त होता है.
गन्ने की फसल
शाहजहांपुर: फरवरी का महीना बसंत कालीन गन्ने की बुवाई के लिए बेहद उपयुक्त माना जाता है. फरवरी महीने में बसंत कालीन गन्ने की बुवाई करने से किसानों को अच्छी पैदावार मिलती है. खास बात यह है कि फरवरी महीने में बोए हुए गन्ने का जमाव बेहतर होता है. इसकी वजह से बाद में गन्ने के पौधे अच्छी तरह से ग्रोथ करते हैं, लेकिन गन्ने की बुवाई करते समय किसानों को कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे किसानों को कम लागत में अच्छा उत्पादन मिल सके.
उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान के प्रसार अधिकारी डॉ संजीव कुमार पाठक ने बताया कि बसंत कालीन गन्ने की बुवाई बेहद ही अच्छी मानी जाती है, लेकिन किसान गन्ने की बुवाई करते समय किस्म का ध्यान जरूर रखें. किस्म का सही चुनाव करने से किसानों को कम लागत में अच्छा उत्पादन मिलेगा. इसके अलावा, गन्ने की विधि और खेत की जुताई करते समय भी जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए.
इन किस्मों का करें चुनाव
गन्ने की बुवाई करते समय लाल सड़न रोधी किस्म की बुवाई करनी चाहिए. हाल ही में प्रतिबंधित की गई को 0238 किस्म की बुवाई बिल्कुल भी ना करें. इसके अलावा किसान को.शा. 13235, को.शा. 17231, को.शा. 18231, को.लख. 16202 और को.लख. 14201 की बुवाई की जा सकती है. यह सभी नई और अगेती किस्म हैं, जिससे किसानों को अच्छी पैदावार मिलेगी.
सामान्य किस्मों की कर सकते हैं बुवाई
अगर सामान्य किस्मों की बात करें, तो उनकी बुवाई भी कर सकते हैं जिसमें किसान को.शा. 16233, को.शा. 13452 की बुवाई भी कर सकते हैं. यह किस्म भी किसानों को कम लागत में अच्छा उत्पादन देती है.
ऊसर जमीन में उगाएं ये किस्म
अगर आप ऊसर जमीन में गन्ने की फसल उगाना चाहते हैं, तो किस्म का चुनाव एक अहम हिस्सा माना जाता है. ऊसर जमीन में हर किस्म के गन्ने को नहीं उगाया जा सकता. इसके लिए यूपी 14234 और को.शा. 14233 अच्छी मानी जाती है. यह ऊसर जमीन में भी किसानों को पूरा उत्पादन देने की क्षमता रखती है.
ट्रेंच विधि से करें गन्ने की बुवाई
किसान गन्ने की बुवाई करते समय ट्रेंच विधि का इस्तेमाल करें. ट्रेंच विधि से गन्ने की बुवाई करने से किसानों को अच्छा उत्पादन मिलेगा, लेकिन गन्ने की बुवाई से पहले खेत की जुताई करना जरूरी है. किसान की गहरी जुताई कर मिट्टी को अच्छे से भुरभुरी बना लें. उसके बाद ट्रेंच डिगर से 1 फीट चौड़ी और 20 से 25 सेंटीमीटर गहरी नाली बनाकर एक से दो आंख वाले टुकड़ों की बुवाई कर सकते हैं.
Location :
Shahjahanpur,Shahjahanpur,Uttar Pradesh
First Published :
February 04, 2025, 16:21 IST
फरवरी महीने में कर रहे हैं गन्ने की बुवाई, तो इन किस्म का करें चुनाव, कम लागत में मिलेगा दोगुना उत्पादन