ट्रेन हादसों के मंसूबे होंगे फेल, इस रेलवे ट्रैक पर नया सेफ्टी सिस्टम

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Train Accident: ट्रेन हादसों के मंसूबे होंगे फेल, देश में पहली बार इस रेलवे ट्रैक पर नया सेफ्टी सिस्टम, ऑटोमैटिक लगेंगे ब्रेक

कोटाः देश भर में ट्रेन हादसे सामने आ रहे हैं. इनसे निपटने के लिये अब रेलवे विभाग ने सुरक्षा कवच यानी (ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम) तैयार कर लिया है. इसे कवच 4.0 नाम दिया गया है. जो देश में पहली बार राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले से कोटा के बीच रेलवे ट्रैक पर लगाया गया है. ऐसे में यह देश का पहला ऐसा रेलवे ट्रैक बन गया है, जो कवच 4.0 से लैस है. इसकी खासियत ऐसी है कि ट्रेन की रफ्तार तय सीमा से ज्यादा होने पर ऑटोमैटिक इमरजेंसी ब्रेक लग जाएंगे.

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव आज 24 सितंबर को राजस्थान में ‘कवच 4.0’ की टेस्टिंग करेंगे. रेल मंत्री खुद सवाई माधोपुर से सुमेरगंज मंडी तक ट्रेन के लोको में सफर कर ट्रायल करेंगे. बता दें कि, सवाई माधोपुर से कोटा के बीच 108 किमी. के रेलवे ट्रैक पर कवच लगाया गया है. रेलवे ने यहां स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली (ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम) कवच 4.0 लगाया है. यह कवच सिस्टम दो ट्रेनों को आमने-सामने आने पर ऑटोमैटिक रोकने का काम करता है. इसके साथ ट्रेन की स्पीड को भी कंट्रोल में रखता है.

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ऐसे होगी सुरक्षा
यदि रेलवे ट्रैक पर तेज रफ्तार से ट्रेन भाग रही है. तब ट्रेन की स्पीड तय सीमा से 2 किमी. प्रतिघंटा ज्यादा होने पर कवच स्पीड अलार्म बजाएगा. यदि ट्रेन की स्पीड 5 किमी. प्रतिघंटा से ज्यादा है, तो ऑटोमैटिक इमरजेंसी ब्रेक लग जाएंगे. लोको पायलट को मिलने वाल सिग्लन को लेकर भी इसकी एक खासियत है. कवच इंटरलॉकिंग सिस्टम से अगले सिग्नल को पढ़कर उसके आस्पेक्ट को रेडियो तरंगों के जरिये सीधे इंजन में दिखाएगा. इससे 160 किमी. की स्पीड में पायलट को सिग्नल पढ़ने में सहूलियत होगी. उसे सिग्नल देखने का इंतजार नहीं करना होगा. इसके साथ ही यदि लोकोपायलट ट्रेन चलाने में कोई गलती कर रहे हैं, तो सिस्टम तुरंत अलार्म से अलर्ट कर देगा. किसी प्रकार की इमरजेंसी होने पर ब्रेक लग जाएंगे.

कब शुरू हुआ कवच
कवच की शुरुआत साल 2016 में हो गई थी. पैसेंजर ट्रेनों में पहला फील्ड ट्रायल फरवरी 2016 में शुरू किया गया. इसके बाद साल 2018-19 में कवच के लिये तीन फर्मों को मंजूरी दी गई थी. इसके बाद साल 2020 में कवच को राष्ट्रीय प्रणाली के रूप में अपना लिया गया.

Tags: Kota news, Sawai madhopur news, Train accident

FIRST PUBLISHED :

September 24, 2024, 11:44 IST

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