Agency:News18Hindi
Last Updated:February 08, 2025, 08:46 IST
दूध पनीर में को हम वेज खाना मानते हैं. लेकिन एक दिन आकर कोई कह दे कि पनीर दूध वेज खाना नहीं है तो... दरअसल, एक डॉक्टर के पोस्ट से विवाद खड़ा हो गया है कि पनीर और दूध वेज खाना नहीं है बल्कि यह एक नॉन वेज खाना है...और पढ़ें
![पनीर-दूध मांसाहारी होता है? डॉक्टर के दावे से मचा हड़कंप, नेटीजंस ने काटे बवाल पनीर-दूध मांसाहारी होता है? डॉक्टर के दावे से मचा हड़कंप, नेटीजंस ने काटे बवाल](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2025/02/Milk-And-Paneer-2025-02-f13d0673c32778c8859ff66b8627f916.jpg?impolicy=website&width=640&height=480)
दूध पनीर पर ये कैसा विवाद?
हाइलाइट्स
- डॉ. सिल्विया ने दूध-पनीर को नॉन-वेज बताया.
- सोशल मीडिया पर इस दावे से हड़कंप मच गया.
- कई यूजर्स ने इस दावे का विरोध किया.
भारत जैसे देश में दूध और पनीर न केवल शाकाहारी खाना माना जाता है बल्कि इनका प्रयोग हम पूजा पाठ से लेकर अन्य समारोह-उत्सव में करते हैं. लेकिन एक दिन आपको पता लगे कि जिसे आप शुद्ध शाकाहारी खाना मानते थे, वह मांसाहारी खाना है, जी हां एक डॉक्टर ने दावा किया है कि जिस पनीर और दूध को हम शुद्ध खाना मानकर खाया करते थे, वह मांसाहारी है. बेंगलुरु की रहने वाली डॉ. सिल्विया कर्पागम ने दावा किया है कि जैसे चिकन, मछली, बीफ और अन्य पशु प्रोडक्ट है वैसे ही दूध-पनीर भी पशु प्रोडक्ट हैं. इनके दावे से इंटरनेट पर हड़कंप मच गया है. नेटिजन्स ने उनकी इस पोस्ट से प्रतिक्रिया देते हुए क्लास लगा दी है.
सबसे पहले जानना जरूरी है कि ये विवाद कहां से गहराया. दरअसल, ये विवाद एक डॉक्टर के पोस्ट के बाद से गहराया. सुनीता सयम्मगरु नाम की डॉक्टर ने एक्स पर एक तस्वीर पोस्ट की थी. पोस्ट को उन्होंने कैप्शन दिया, ‘पति की डिनर प्लेट. शाकाहारी भोजन. इसमें प्रोटीन, अच्छे फैट्स और फाइबर हैं.’ उनके पोस्ट को अब तक 12 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा है.
सुनीता सयम्मगरु की इस पोस्ट के जवाब देते हुए, भारतीय जर्नल ऑफ मेडिकल एथिक्स की कार्यकारी एडीटर डॉक्टर सिल्विया कार्पगम ने लिखा, ‘पनीर और दूध शाकाहारी खाद्य पदार्थ नहीं हैं. पनीर और दूध ‘वेज’ नहीं हैं. ये पशु से मिलने वाले खाद्य पदार्थ हैं… जैसे कि चिकन, मछली, बीफ और अन्य,” 6 फरवरी के इस पोस्ट को अब तक 95,000 से अधिक बार देखा जा चुका है. कई लोगों ने कार्पगम का समर्थन किया और कईयों ने उनका विरोध भी किया है.
कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने दावा किया कि चूंकि पनीर, दूध या अन्य दूध उत्पादों को बनाने के लिए किसी जानवर को नहीं मारा जाता है, इसलिए वे शाकाहारी हैं. एक यूजर ने लिखा उपयोगकर्ता ने कहा, “कोई मारा नहीं जाता… पनीर या दूध खाने के लिए.’
एक अन्य ने लिखा, “दूध उत्पाद वे पशु उत्पाद हैं जिनके लिए किसी जानवर को मारा नहीं जाता है और इसलिए यह वास्तव में शाकाहारी है और न कि वेगन. किसी जानवर को मारने या नुकसान पहुंचाने का काम दूध निकालने की प्रक्रिया में होता है, वेज का मतलब शाकाहारी है.”
डॉ. सिल्विया कार्पगम ने यह भी सवाल उठाया कि अगर इस तर्क के अनुसार अंडे को “नॉन-वेजिटेरियन” माना जाता है, तो क्या कोई मुर्गी मारी जाती है. उनके इस दावे पर कि दूध शाकाहारी नहीं है, कई लोग गुस्से में दिखा. कुछ ने उन्हें गलत जानकारी फैलाने के लिए फटकार लगाई, जबकि अन्य ने सवाल किया कि क्या उन्होंने केवल “रेज बाइट” के लिए में विवादास्पद पोस्ट बनाई थी ताकि अधिक इंटरैक्शन हो सके.
एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘आप ‘विगन’ का प्रयोग करके शाकाहार को बदनाम कर रहे हैं? दूध और मांस एक जैसे नहीं हैं… यह सामान्य ज्ञान है.’ एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘भारतीय संदर्भ में वेज और वेगन की परिभाषा अलग है. पनीर वेज है लेकिन वेगन नहीं.’
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 08, 2025, 08:46 IST
पनीर-दूध मांसाहारी होता है? डॉक्टर के दावे से मचा हड़कंप, नेटीजंस ने काटे बवाल