Last Updated:February 04, 2025, 13:08 IST
Tips To Prevent Anemia successful Pregnancy: प्रेग्नेंसी में कई महिलाएं एनीमिया का शिकार हो जाती हैं, जिसका असर उनके गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी पड़ता है. आखिर गर्भावस्था में महिलाओं के शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी क्यो...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- प्रेग्नेंसी में महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी होना कॉमन है.
- डॉक्टर की मानें तो फिजियोलॉजिकल चेंजेस से ऐसा हो जाता है.
- सही डाइट न लेने से भी प्रेग्नेंसी में एनीमिया की नौबत आ सकती है.
Anemia successful Pregnancy Causes: प्रेग्नेंसी महिलाओं के लिए काफी चैलेंजिंग होती हैं, क्योंकि इसमें शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं. गर्भावस्था में कई महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है और इससे वे एनीमिया का शिकार हो जाती हैं. हीमोग्लोबिन हमारे शरीर के सभी अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है और शरीर में इसकी कमी होने से कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं. सवाल है कि प्रेग्नेंसी में एनीमिया होने की क्या वजह होती हैं और इसका क्या ट्रीटमेंट होता है? चलिए इस बारे में डॉक्टर से जरूरी बातें जान लेते हैं.
मुंबई के अश्विनी मैटरनिटी एंड सर्जिकल हॉस्पिटल के सीनियर गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. जयदीप डी टैंक ने News18 को बताया कि प्रेग्नेंसी में एनीमिया की समस्या देखने को मिलती है. इसकी 2 बड़ी वजह होती हैं. पहला शरीर में फिजियोलॉजिकल बदलाव होना. गर्भावस्था में महिलाओं के खून में प्लाज्मा और फ्लूड बढ़ जाता है, जबकि रेड ब्लड सेल्स (RBC) में बढ़ोतरी इनके मुकाबले कम होती है. इससे हीमोडायल्यूशन की कंडीशन बन जाती है और इससे एनीमिया हो जाता है. दूसरी वजह है कि प्रेग्नेंसी में शरीर का आयरन स्टोर खत्म होने लगता है. डाइट से भरपूर आयरन न मिले, तो एनीमिया हो जाता है.
डॉक्टर ने बताया कि कई महिलाओं में प्रेग्नेंसी से पहले ही हीमोग्लोबिन की कमी होती है और गर्भावस्था की वजह से यह समस्या बढ़ जाती है. प्रेग्नेंसी में आयरन डिफिशिएंसी एनीमिया सबसे कॉमन होता है. इतना ही नहीं, प्रेग्नेंसी के बिना भी आयरन की कमी से महिलाओं में एनीमिया हो जाता है. प्रेग्नेंसी में हीमोग्लोबिन लेवल कम हो जाए, तो बच्चे तक सही मात्रा में पोषक तत्व नहीं पहुंच पाते हैं और उनकी ग्रोथ प्रभावित होती है. इसके अलावा प्रीमेच्योर डिलीवरी हो सकती है. कई महिलाओं को डिलीवरी के टाइम ब्लीडिंग हो जाती है, जिसे पोस्टपार्टम हैमरेज (PPH) कहा जाता है.
गायनेकोलॉजिस्ट के मुताबिक अगर कोई महिला एनीमिक है, तो PPH से उसकी कंडीशन गंभीर हो सकती है. पोस्टपार्टम हैमरेज की वजह से कई महिलाओं की मौत भी हो जाती है. हालांकि ऐसा नहीं है कि सभी एनीमिक महिलाओं को डिलीवरी के समय यह हैमरेज हो, लेकिन अगर एनीमिया है, तो PPH को टॉलरेट नहीं कर पाती हैं और कंडीशन बिगड़ जाती है. पिछले कुछ सालों में इसके मामले में तेजी से सुधार आ रहा है. प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को हीमोग्लोबिन का खास खयाल रखना चाहिए, ताकि एनीमिया की कंडीशन पैदा न हो. हीमोग्लोबिन सही रहेगा, तो कॉम्प्लिकेशन का रिस्क कम होगा.
डॉक्टर टैंक ने बताया कि प्रेग्नेंसी में एनीमिया से राहत पाने के लिए महिलाओं को अपनी डाइट पर विशेष ध्यान देना चाहिए. आयरन से भरपूर फूड्स लेने से हीमोग्लोबिन लेवल बेहतर बना रह सकता है. अगर डाइट से आयरन की कमी दूर नहीं हो रही है, तो इस कंडीशन में डॉक्टर आयरन सप्लीमेंट्स का सुझाव देते हैं. आयरन के सप्लीमेंट्स लेने से कई महिलाओं को कॉन्स्टिपेशन की समस्या होने लगती है और इससे बचने के लिए IV आयरन (IV FCM) का भी एक विकल्प मौजूद है. इससे एक डोज लेने से ही आयरन की कमी पूरी हो सकती है. डॉक्टर से कंसल्ट करके इसकी डोज ली जा सकती है.
First Published :
February 04, 2025, 13:08 IST