Agency:पीटीआई
Last Updated:February 03, 2025, 19:52 IST
अमेरिकी टैरिफ के कारण भारतीय शेयर बाजार में गिरावट आई, सेंसेक्स 319.22 अंक गिरा और निवेशकों की संपत्ति में 4.29 लाख करोड़ रुपये की कमी हुई. लार्सन एंड टुब्रो, टाटा मोटर्स के शेयर गिरे, जबकि बजाज फाइनेंस चढ़ा. व...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- सेंसेक्स 319.22 अंक गिरा, निवेशकों की संपत्ति में 4.29 लाख करोड़ की कमी।
- लार्सन एंड टुब्रो, टाटा मोटर्स के शेयर गिरे, बजाज फाइनेंस चढ़ा।
- वैश्विक बाजारों में भी कमजोरी, विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी।
नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा, मैक्सिको और चीन पर टैरिफ लगाने के बाद वैश्विक बाजारों में चिंता बढ़ गई है. इस असर से भारतीय शेयर बाजार भी कमजोर हुआ, जिससे निवेशकों की संपत्ति में 4.29 लाख करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की गई. सोमवार को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में गिरावट देखने को मिली, जिससे पिछले पांच दिनों से जारी तेजी का सिलसिला टूट गया.
बीएसई सेंसेक्स 319.22 अंकों की गिरावट के साथ 77,186.74 पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 749.87 अंक टूटकर 76,756.09 के निचले स्तर तक भी पहुंचा. वहीं, एनएसई निफ्टी 121.10 अंक गिरकर 23,361.05 पर बंद हुआ. बाजार में गिरावट की मुख्य वजह अमेरिका में बढ़ते टैरिफ और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता को माना जा रहा है.
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किन सेक्टर्स को सबसे ज्यादा नुकसान?
बीएसई के सेक्टोरल इंडेक्स में कैपिटल गुड्स (4.29%), इंडस्ट्रियल्स (3.79%), पावर (3.30%), यूटिलिटीज (2.71%), ऑयल एंड गैस (2.52%) और मेटल (1.99%) में भारी गिरावट रही. हालांकि, हेल्थकेयर, आईटी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर में कुछ तेजी देखने को मिली.
कौन-कौन से स्टॉक्स गिरे और कौन चढ़े?
सेंसेक्स के 30 प्रमुख शेयरों में लार्सन एंड टुब्रो, टाटा मोटर्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स, आईटीसी, पावर ग्रिड, एनटीपीसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर सबसे ज्यादा गिरे. दूसरी ओर, बजाज फाइनेंस के शेयर 5% से ज्यादा चढ़े, वहीं महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, भारती एयरटेल और मारुति के शेयर भी हरे निशान में बंद हुए.
छोटे और मझोले शेयरों में भी गिरावट
बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 1.77% और मिडकैप इंडेक्स 0.89% लुढ़क गया. कुल मिलाकर, 2,877 शेयरों में गिरावट रही, जबकि सिर्फ 1,139 शेयर ही बढ़त बना सके.
वैश्विक बाजारों में भी कमजोरी
एशियाई बाजारों में सियोल, टोक्यो और हांगकांग में भारी गिरावट रही. यूरोपीय बाजार भी नुकसान में कारोबार कर रहे थे, जबकि अमेरिकी बाजार भी पिछले हफ्ते गिरावट के साथ बंद हुए.
विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने शनिवार को भारतीय शेयर बाजार से 1,327.09 करोड़ रुपये के शेयर बेच दिए, जिससे बाजार पर और दबाव बना.
क्या आगे भी जारी रहेगी गिरावट?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अमेरिकी टैरिफ का असर बढ़ता है और डॉलर मजबूत होता है, तो भारतीय बाजार में और कमजोरी देखने को मिल सकती है. हालांकि, घरेलू निवेशकों की दिलचस्पी बनी रहने से बाजार को कुछ सपोर्ट मिल सकता है. अब निवेशकों की नजर आगे की वैश्विक आर्थिक नीतियों और भारतीय रिजर्व बैंक की अगली मौद्रिक नीति बैठक पर टिकी है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 03, 2025, 19:52 IST