Agency:News18 Rajasthan
Last Updated:February 11, 2025, 14:36 IST
Barmer News: मरुधरा की शीतल भूमि बाड़मेर आगमन से जैन समाज मे हर्ष एव खुशी की लहर है. गच्छाधिपति आचार्य भगवन्त के स्वागत सौमेया शोभा यात्रा में ऊंट, घोड़ा, बेंड, ढोल, मंगल कलश लिए रंगीन परिधानों से सजी विविध मंडलो...और पढ़ें
आचार्य भगवंत का शहर में प्रवेश पर स्वागत
भारत पाकिस्तान सीमा पर बसे बाड़मेर में मंगलवार को सड़कों पर जिनशासन के प्रति आस्था का सैलाब उमड़ा नजर आया. भगवान महावीर के जयकारों के साथ मुनिसुव्रत स्वामी जिनालय, दादावाड़ी व पांच मुमुक्षुओं की दीक्षा के कार्यक्रम में निश्रा देने के लिए खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवन्त श्री जिन मणिप्रभसूरीश्वर जी म.सा. सहित साधु-साध्वी भगवंत थार नगरी बाड़मेर नगर में भव्य सोमेया के साथ नगर प्रवेश किया है.
आचार्य के नगर प्रवेश का जुलुस कल्याणपुरा पार्श्वनाथ जिनालय महावीर चोक से रवाना हुआ जो शहर के मुख्य मार्गो से होता हुआ मोक्ष मार्ग स्थित कोटड़िया नाहटा ग्राउण्ड पहुंचा. यहां ये जुलुस धर्मसभा में परिर्वतित हो गया. धर्मसभा को आचार्य का विशेष प्रवचन संयम जीवन से कैसा होगा भव पार पर रहा. श्री प्रतिष्ठा व दीक्षा महोत्सव समिति के संयोजक जगदीशचन्द भंसाली पाली ने बताया कि आचार्य भगवन्त आदि ठाणा-माण्डवला से विहार कर सायला,सिणधरी, सरणू,चवा, रावतसर होते हुए बाड़मेर शहर पहुँचे.
जैन समाज मे हर्ष एव खुशी की लहर
मरुधरा की शीतल भूमि बाड़मेर आगमन से जैन समाज मे हर्ष एव खुशी की लहर है. गच्छाधिपति आचार्य भगवन्त के स्वागत सौमेया शोभा यात्रा में ऊंट, घोड़ा, बेंड, ढोल, मंगल कलश लिए रंगीन परिधानों से सजी विविध मंडलो की बहने, महिलाऐ, विविध झांकिया, बालिका मण्डल, युवा मंडल सहित अन्य कई कार्यक्रम आकर्षक के केंद्र बने नजर आए. कल्याणपुरा मन्दिर से लेकर मोक्ष मार्ग के बीच पुरे शहर के मार्ग को स्वागत के प्रवेश द्वार, तोरण स्वागत, होर्डिंग बोर्ड, बेनर,जैन धर्म ध्वज पताका से सजाया गया. आचार्यश्री के मंगल प्रवेश के पावन प्रसंग पर जिले सहित देश भर से गुरु भक्त एव प्रवासी बाड़मेर के जैन बंधु शिरकत करते नजर आए. देश भर से जैन समाज एव खरतरगच्छ की कई प्रमुख हस्तियों भी बाड़मेर पहुँची. नगर प्रवेश के बाद महोत्सव समिति द्वारा मोक्ष मार्ग पर संघ स्वामीवात्साल्य का आयोजन किया गया.
12 फरवरी से 17 फरवरी तक पंचान्हिका महोत्सव
आचार्यश्री की पावन निश्रा में 12 फरवरी से 17 फरवरी तक पंचान्हिका महोत्सव का आयोजन होगा. पंचान्हिका महोत्सव के कार्यक्रम के तहत 12 फरवरी से 14 फरवरी तक कई धार्मिक अनुष्ठान, 15 फरवरी को परमात्मा व मुमुक्षुओं का वर्षीदान का भव्य वरघोड़ा व 16 फरवरी को जीवणमल, नेमीचन्द, बाबुलाल-शांतिदेवी, भरत छाजेड़ परिवार बाड़मेर-मुम्बई द्वारा निर्मित जिनमन्दिर व दादावाड़ी की अंजनशलाका प्राण प्रतिष्ठा व कुशल वाटिका में पांच मुमुक्षुओं की दीक्षाओं का कार्यक्रम होगा. उसी दिन कुशल वाटिका में पुरे भारत भर के संघों को चातुर्मासों की घोषणा होगी.
Location :
Barmer,Rajasthan
First Published :
February 11, 2025, 14:36 IST