Last Updated:February 05, 2025, 13:08 IST
Bihar Land Registry: बिहार में अब तक जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए लोगों को कई बार निबंधन कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते थे. लेकिन नए सॉफ्टवेयर के आने से लोगों को यह परेशानी नहीं होगी.उन्हें घर बैठे ही सारा काम...और पढ़ें
जमीन रजिस्ट्री में अब हाथ से नही लिखना होगा डीड, सिर्फ जानकारी डालिये आपका डीड ह
हाइलाइट्स
- बिहार में जमीन रजिस्ट्री अब ऑनलाइन होगी.
- नए सॉफ्टवेयर से रजिस्ट्री प्रक्रिया आसान होगी.
- पेपरलेस रजिस्ट्री से फर्जीवाड़ा में कमी आएगी.
भोजपुर. बिहार में अब तक जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए लोगों को कई बार निबंधन कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते थे. लेकिन नए सॉफ्टवेयर के आने से लोगों को यह परेशानी नहीं होगी. उन्हें घर बैठे ही सारा काम ऑनलाइन करने की सुविधा मिलेगी. रजिस्ट्री प्रक्रिया को और आसान बनाने के लिए निबंधन कार्यालय में लगातार ट्रायल कराया जा रहा है.
इस नए सॉफ्टवेयर में जमीन का सर्किल रेट, स्टाम्प ड्यूटी और निबंधन कार्यालय द्वारा लिए जाने वाले शुल्क की जानकारी भी उपलब्ध होगी.जमीन से जुड़े दस्तावेज अपलोड करते ही सॉफ्टवेयर अपने आप मॉडल डीड तैयार कर देगा. इसके अलावा, यह भी पता लगाया जा सकता है कि जमीन की खरीद-बिक्री पर कोई रोक तो नहीं है. यह जानकारी भी ऑनलाइन होगी.
नए सॉफ्टवेयर के जरिए आवेदन करते ही रजिस्ट्री शुल्क की जानकारी मिल जाएगी. इस राशि को बैंक में जमा करने के बाद उसकी रसीद सॉफ्टवेयर पर अपलोड करनी होगी. इसके बाद रजिस्ट्री के लिए तारीख और समय मिलेगा.निर्धारित समय पर खरीदार और विक्रेता को अपना आधार कार्ड और अंगूठे का निशान लेकर निबंधन कार्यालय जाना होगा. वहां सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करते ही रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
राज्य के चार निबंधन कार्यालयों में पेपरलेस रजिस्ट्री के लिए ट्रायल चल रहा है. जिला निबंधन कार्यालय, आरा में 23 जनवरी से यह ट्रायल जारी है.ई-निबंधन से आम लोगों को सहूलियत होगी. लोग वेबसाइट पर लॉगिन कर क्रेता-विक्रेता का नाम और जमीन का विवरण भरेंग. आठ चरणों में आवेदन होगा.इसके बाद रजिस्ट्री के लिए एप्लीकेशन नंबर और अपॉइंटमेंट मिलेगा.
अपॉइंटमेंट के दिन कार्यालय पहुंचकर आधार ऑथेंटिकेशन के बाद रजिस्ट्री होगी.इससे जमीन के फर्जीवाड़ा में कमी आएगी.सभी दस्तावेज ऑनलाइन होंगे.
सब रजिस्टार तारकेश्वर पांडेय ने लोकल 18 को बताया कि इस सॉफ्टवेयर के आ जाने आम लोगो को काफी सहूलियत मिलेगी. ग्राहक और खरीदार के पास दो विकल्प हो जायंगे या तो वो खुद ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी कर जमीन की रजिस्ट्री करा लें या डीड रायटर की मदद से रजिस्ट्री कराए. दोनों ही विकल्प में कार्य ऑनलाइन हो होगा.
इस सॉफ्टवेयर में एक के बाद एक पेज ग्राहक भरते जाएंगे. तकरीबन 4 पेज में जानकारी देनी होगी. उसके बाद उनका डीड तैयार हो जाएगा. ग्राहक सीधे कार्यलय में एप्लिकेशन नम्बर और आधार ले कर आयंगे और उनका जमीन रजिस्ट्री हो जाएगा.
First Published :
February 05, 2025, 13:08 IST