Agency:News18 Jharkhand
Last Updated:February 04, 2025, 09:53 IST
Astro Tips: अगर आप भी कहीं बैठने पर पैर हिलात हैं तो इस आदत को तुरंत बदलिए. आचार्य के अनुसार, ये आदत आपकी पर्सनालिटी तो खराब करती ही है, आपका राजफाश भी होता है. इसके अलावा दरिद्रता भी आती है. जानें कैसे...
बैठे-बैठे हिलाते हैं पैर तो आज ही सुधार ले यह आदत, खोल देता है आपके बारे में कई
हाइलाइट्स
- बैठे-बैठे पैर हिलाने का क्या मतलब, शुभ या अशुभ?
- पैर हिलाने से शनि और पर्सनालिटी खराब होती है
- नहीं छूट रही आदत तो ये उपाय अपनाएं, मिलेगी राहत
रांची. बहुत से लोगों की आदत होती है कि वो बैठे-बैठे पैर हिलाते हैं. कुछ लोगों की तो ये आदत ही बन जाती है. ऐसे में वे कहीं भी बैठने पर पैर हिलाने लगते हैं. इसके लिए बड़े-बुजुर्ग उन्हें टोकते हैं औरा ऐसा करने के लिए मना भी करते हैं. माना जाता है कि बैठकर पैर हिलाना अशुभ होता है या फिर पैर हिलाने से घर में दरिद्रता आती है. लेकिन, इसके पीछे एक अन्य ठोस कारण भी है.
रांची के ज्योतिषाचार्य संतोष कुमार चौबे (रांची यूनिवर्सिटी से ज्योतिष शास्त्र में गोल्ड मेडलिस्ट) ने लोकल 18 को बताया कि कभी भी व्यक्ति को पैर नहीं हिलाना चाहिए. इससे यह पता चलता है कि व्यक्ति अंदर से बहुत अस्थिर है. उसके भीतर बेचैनी है. उसके दिमाग में लगातार सिर्फ विचार चल रहे हैं. अगर आप पैर हिलाएंगे तो जानकार ये आसानी से जान जाएंगे आप परेशान या बेचैन हैं.
आखिर क्यों हिलाते हैं लोग पैर
जब आपके भीतर कुछ विचार या बेचैनी होती है तो बाहर में आपके शरीर के मूवमेंट के जरिए भी वह चीज दिखाई देती है. आप स्थिर नहीं हैं. आपके भीतर शांति नहीं है. ऐसे में आप कोई भी काम कुशल पूर्वक नहीं कर पाएंगे. साथ ही, अधिक पैर हिलाने से शनि भी खराब होते हैं. पैर जो होते हैं, वह शनि के कारक होते हैं. ऐसे बार-बार पैर हिलाना शनि को भी खराब करता है.
पर्सनालिटी को शोभा नहीं देता
आगे बताया, इसका एक कारण यह भी है कि लोग तब पैर हिलाते हैं, जब वह काफी बेचैन होते हैं. अंदर से वह अव्यवस्थित होते हैं. ऐसे में कोई भी समझदार व्यक्ति आपको देखकर बाहर से आंक सकता है कि यह व्यक्ति जब खुद अपने विचारों को और खुद को नियंत्रित नहीं रख सकता तो यह और काम या फिर कोई बड़ा काम कैसे करेगा. यह व्यक्ति की पर्सनालिटी को भी शोभा नहीं देती.
जानें इसका निदान
ज्योतिषाचार्य ने बताया, इसका निदान करना है तो सबसे पहले आपको अपने विचारों को शांत करना होगा. मेडिटेशन, ध्यान, अनुलोम-विलोम और राहु को मजबूत करना होगा. क्योंकि राहु छाया ग्रह होता है, यह भ्रम देता है और जब भ्रम में आप फंसते हैं तो तरह-तरह के विचार व बेचैनी आपको घेर लेती है. ऐसे में राहु का बीज मंत्र और कुत्ते को मीठी रोटी खिलाना भी कारगर साबित होता है. ज्योतिषाचार्य से परामर्श लेना चाहते हैं तो इस नंबर पर 6200403916 संपर्क कर सकते हैं.
Location :
Ranchi,Jharkhand
First Published :
February 04, 2025, 09:53 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.