Last Updated:January 18, 2025, 13:08 IST
गुकेश चाहते हैं कि उनके खेल यानी चेस को ओलंपिक में शामिल किया जाए. गुकेश ने दिसंबर में चीन के डिंग लिरेन को हराकर 18 साल की उम्र में चैंपियन का खिताब जीता था.
नई दिल्ली. पिछले महीने सबसे कम उम्र में विश्व शतरंज चैंपियन बनकर इतिहास रचने वाले डी. गुकेश अब चाहते हैं कि उनके खेल यानी चेस को ओलंपिक में शामिल किया जाए. गुकेश ने दिसंबर में चीन के डिंग लिरेन को हराकर 18 साल की उम्र में चैंपियन का खिताब जीता था. हाल ही में ऑल इंडिया चेस फेडरेशन (AICF) ने राजधानी में उनके इस उपलब्धि के लिए उनका सम्मान किया.
गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए गुकेश ने कहा, “मैं शतरंज को ओलंपिक का हिस्सा बनते देखना चाहूंगा, खासकर अगर यह भारत में हो. मुझे लगता है कि शतरंज को काफी लोकप्रियता और समर्थन मिल रहा है. मैं इसके लिए बहुत खुश हूं, और ओलंपिक इसे अगले स्तर पर ले जाएगा. मैं इसका बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं.”
गुकेश ने कहा, “मुझे यह प्रतिष्ठित पुरस्कार पाकर बहुत गर्व हो रहा है और यह बहुत खास है कि मैं विश्वनाथन आनंद सर के बाद दूसरा शतरंज खिलाड़ी हूं जिसे खेल रत्न से सम्मानित किया गया है. यह मेरे लिए एक सपना सच होने जैसा है. लेकिन यह अंत नहीं है, मैं देश के लिए और भी कई उपलब्धियां हासिल करना चाहता हूं.”
शुक्रवार को, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समारोह के दौरान गुकेश को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न से सम्मानित किया. गुकेश विश्वनाथन आनंद के बाद खेल रत्न से सम्मानित होने वाले दूसरे शतरंज खिलाड़ी हैं.
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New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
January 18, 2025, 13:08 IST