Last Updated:February 03, 2025, 11:36 IST
Mamata Kulkarni News: किन्नर अखाड़े से महामंडलेश्वर बनाई गईं ममता कुलकर्णी से ये पदवी महज 7 दिनों में छीन ली गई. हंगामे और विरोध के बीच ममता कुलकर्णी एक बार फिर महाकुंभ में लौट आई हैं. आज यहां अमृत स्नान करे...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- धीरेंद्र शास्त्री और बाबा रामदेव ने ममता का विरोध किया.
- ममता कुलकर्णी ने विरोधियों पर पलटवार किया.
Mamata Kulkarni instrumentality to Maha Kumbh 2025: हिंदी सिनेमा की बोल्ड अभिनेत्रियों में से एक रहीं ममता कुलकर्णी इन दिनों सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं. किन्नर अखाड़े से महामंडलेश्वर बनाई गईं ममता कुलकर्णी से ये पदवी महज 7 दिनों में छीन ली गई. हंगामे और विरोध के बीच ममता कुलकर्णी एक बार फिर महाकुंभ में लौट आई हैं. उनकी नई तस्वीर सामने आई है. उनका पूरा चेहरा सफेद दिख रहा था. दरअसल, उन्होंने अपने चेहरे पर भस्म लगाकर श्रृंगार किया. इस दौरान ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉक्टर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने आशीर्वाद दिया. आज ममता कुलकर्णी यहां अमृत स्नान करेंगी. बता दें कि 24 जनवरी को महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद वह मुंबई लौट गई थीं.
इन लोगों ने किया ममता का विरोध
गौरतलब है कि ममता कुलकर्णी पर लगातार विवाद चल रहा है. उन्हें अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर की पदवी दी थी. बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री, रामदेव बाबा जैसे कई लोगों ने ममता की इस पदवी का खुलकर विरोध किया था. वहीं, खुद को किन्नर अखाड़ा का संस्थापक होने का दावा करने वाले ऋषि अजय दास ने कहा कि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और ममता कुलकर्णी को अखाड़े से निष्कासित कर दिया है.
बागेश्वर पर निशाना
ममता कुलकर्णी ने पलटवार किया है. उन्होंने रविवार को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री पर हमला बोला. उन्होंने कहा, धीरेंद्र शास्त्री की जितनी उम्र है, उससे ज्यादा मैंने तपस्या की है. बाबा रामदेव को महाकाल से डरना चाहिए.
क्या बोले थे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और बाबा रामदेव ?
ममता को जब महामंडलेश्वर बनाया गया तो पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा था कि किसी भी तरह के बाहरी प्रभाव में आकर किसी को भी संत या महामंडलेश्वर कैसे बनाया जा सकता है? पदवी उसी को दी जानी चाहिए, जिसके अंदर संत या साध्वी के भाव हों. वहीं, बाबा रामदेव ने कहा था, ‘कोई एक दिन में संतत्व को उपलब्ध नहीं हो सकता. उसके लिए सालों की साधना लगती है. आजकल तो मैं देख रहा हूं कि किसी की भी मुंडी पकड़कर महामंडलेश्वर बना दिया. ऐसा नहीं होता है.’
ममता कुलकर्णी का पलटवार
एक निजी चैनल के शो में ममता कुलकर्णी ने कहा, ‘धीरेंद्र शास्त्री की आयु 25 साल है. उतनी मैंने तपस्या की है. जिनको उन्होंने सिद्ध करके रखा है वो हनुमान जी हैं. इस 25 साल की तपस्या में 2 बार प्रत्यक्ष स्वरूप में उनके साथ मेरा रहना हुआ है. मैं धीरेंद्र शास्त्री से कहना चाहती हूं कि उनके गुरु रामभद्राचार्य के पास दिव्य दृष्टि है, उनको पूछिए कि मैं कौन हूं और चुपचाप बैठ जाएं’.
इतना ही नहीं उन्होंने बाबा रामदेव पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘अब मैं क्या बोलूं बाबा रामदेव को. उनको महाकाल और महाकाली का डर होना चाहिए. मैं उनको उनके ऊपर छोड़ती हूं’.
2 लाख उधार लेकर गुरु को भेंट दी?
महामंडलेश्वर बनने पर ममता कुलकर्णी ने कहा, ‘मैं महामंडलेश्वर नहीं बनना चाहती थी. लेकिन किन्नर अखाड़े की आचार्य रहीं लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने उन्हें इसके लिए मजबूर किया.’ महामंडलेश्वर बनने के लिए पैसे देने के आरोप पर उन्होंने कहा कि उनके पास पास तो कोई पैसा नहीं है. सभी खाते सीज हैं और 2 लाख रुपये उधार देकर गुरु भेंट दी है.
महामंडलेश्वर पद से हटाए जाने का विवाद
किन्नर अखाड़ा के संस्थापक बताने वाले ऋषि अजय दास ने बड़ा दावा किया था. उन्होंने कहा, ‘मैंने लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी और अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटा दिया. ममता को महामंडलेश्वर बनाने में प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया, जिस पर (ममता पर) देशद्रोह का आरोप हो. उसे महामंडलेश्वर कैसे बनाया जा सकता है?’
दास ने ये भी कहा कि ये कोई बिग बॉस का शो नहीं है, जिसको कुंभ के दौरान एक महीने चला दिया जाए. लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी को मैंने किन्नर समाज के उत्थान और धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए आचार्य महामंडलेश्वर बनाया था, लेकिन वह भटक गईं. ऐसे में मुझे एक्शन लेना पड़ा.
महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने अजय दास के दावे को खारिज किया है. उन्होंने कहा- वे कौन होते हैं, मुझे अखाड़े से निकालने वाले. 2017 में अजय दास को किन्नर अखाड़े से निकाल दिया गया है. वो निजी स्वार्थ के लिए ऐसा कह रहे हैं. इधर, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि हम लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के साथ हैं. अजय दास हैं कौन? हम इन्हें नहीं जानते.
ममता का किन्नर अखाड़े में हुआ था पट्टाभिषेक
24 जनवरी को ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर की पदवी दी गई थी. संगम में स्नान के बाद उनका पिंडदान कराया गया था. इसके बाद सेक्टर-16 में स्थित किन्नर अखाड़े में भव्य रूप से पट्टाभिषेक का कार्यक्रम हुआ था उनका नया नाम श्रीयामाई ममता नंद गिरि रखा गया था. करीब 7 दिनों तक वह महाकुंभ में ही रहीं.
Location :
Allahabad,Uttar Pradesh
First Published :
February 03, 2025, 11:36 IST
ममता कुलकर्णी भस्म रमाकर नए अंदाज में.. बागेश्वर बाबा को कहा- चुपचाप बैठ जाइए