महाकुंभ 2025: महाकुंभ मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कोशिश में महाकुंभ की ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों को सुरक्षा अलार्म से लैस सायरन टॉर्च भी दिए जा रहे हैं। यह टॉर्च देश की अग्रणी टॉर्च और बैटरी निर्माता कंपनी एवरेडी इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड की ओर से मुहैया कराए जा रहे हैं। सुरक्षा अलार्म से लैस करीब 5 हजार टॉर्च से पुलिसकर्मियों को मेला क्षेत्र की निगरानी और व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, मेला परिसर के 56 पुलिस स्टेशनों में सुरक्षा को लेकर प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है।
सुरक्षा इंतजाम को लेकर खास पहल
बता दें कि इस बार महाकुंभ में करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज आने की उम्मीद है। श्रद्धालुओं की इतनी बड़ी संख्या को देखते हुए महाकुंभ में सुरक्षा इंतजाम पुलिस के लिए काफी चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। ऐसे में एवरेडी की ओर से यह खास पहल करते हुए महाकुंभ के आयोजन में पुलिस की मदद के लिए सायरन टॉर्च DL102 भेंट करने का फैसला लिया गया। यह टॉर्च पुलिसकर्मियों को महाकुंभ की व्यवस्था बनाए रखने और निगरानी में काफी मददगार साबित होगी।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा में मददगार
कुंभ मेला में तैनात एसएसपी राजेश द्विवेदी ने कहा कि प्रशासन सक्रिय रूप से सुरक्षा के कई उपाय कर रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कार्यक्रम में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं को एक सहज आध्यात्मिक अनुभव मिले। इस कोशिश के अनुरूप, एवरेडी सायरन टॉर्च हमारे ऑन-ग्राउंड अधिकारियों को भीड़ को प्रभावी ढंग से मैनेज करने में मदद करेगा। एवरेडी सायरन टॉर्च, एक पारंपरिक टॉर्च के रूप में काम करते हुए, 100 डेसिबल (डीबीए) ध्वनि अलार्म के साथ एक शक्तिशाली सुरक्षा उपकरण में बदल जाता है। इस केवल एक कीचेन खींचकर एक्टिव किया जा सकता है।
भीड़ को मैनेज करने में मिलेगी मदद
एवरेडी इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और एसबीयू प्रमुख (बैटरी और फ्लैशलाइट) अनिरबन बनर्जी ने कहा, "पिछले कई वर्षों से पुलिस ने आध्यात्मिक यात्रा पर जाने वाले लाखों तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। महाकुंभ 2025 में भीड़ को मैनेज करना प्रमुख प्राथमिकता होगी। हमें महाकुंभ पुलिस को अपना सायरन टॉर्च प्रदान करके अपना समर्थन देने में खुशी हो रही है, ताकि महाकुंभ 2025 को शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाने में उनकी सहायता की जा सके।