Last Updated:January 24, 2025, 12:07 IST
13 जनवरी से चल रहे प्रयागराज के महाकुंभ में देश दुनिया के तमाम लोग पहुंच रहे हैं, लेकिन प्रयागराज महाकुंभ में माला बेचने वाली महेश्वर निवासी मोनालिसा अपनी आंखों ओर मुस्कान को लेकर सोशल मीडिया पर छायी हुई हैं. उ...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- प्रयागराज महाकुंभ में मोनालिसा की नीली आंखें सोशल मीडिया पर वायरल।
- भीड़ से परेशान होकर मोनालिसा माला बेचने में असमर्थ।
- मोनालिसा के परिवार को उनके लौटने का इंतजार।
प्रयागराज: महाकुंभ मेले में अपनी नीली आंखों से सभी को आकर्षित करने वाली मध्य प्रदेश के खरगोन जिले की पवित्र और पर्यटन नगरी महेश्वर की मोनालिसा सोशल मीडिया के जरिये पूरे देश में चर्चाओं में हैं. 13 जनवरी से चल रहे प्रयागराज के महाकुंभ में देश दुनिया के तमाम लोग पहुंच रहे हैं, लेकिन प्रयागराज महाकुंभ में माला बेचने वाली मोनालिसा अपनी आंखों और मुस्कान को लेकर सोशल मीडिया पर छायी हुई हैं. उनकी खूबसूरत आंखें और सादगी ही उसकी दुश्मन बन गई है. वायरल मोनालिसा के लिए कुंभ मेले में मुश्किलें खड़ी हो गई हैं. भीड़ से परेशान मोनालिसा अब माला भी नहीं बेच पा रही है. कहा जा रहा था कि वह कुंभ छोड़कर जाने वाली हैं, मगर ना तो वह मेले में नजर आ रही हैं और न ही घर पहुंची है. तो वह कहां है आइये जानते हैं…
घरवालों ने कहा- अभी तो नहीं लौटी
सुरक्षा सहित अन्य परेशानियों के चलते वापस आने की खबरों पर न्यूज 18 की टीम मोनालिसा के महेश्वर में घर पहुंची. मोनालिसा के दादा और मौसी सहित अन्य परिजनों ने फिलहाल उनके वापस नहीं लौटने की बात कही है. हालांकि कहा जा रहा है कि अपने माता-पिता और परिवार के साथ मोनालिसा प्रयागराज के महाकुंभ से लौट रही हैं.
50 लोगों के साथ गई थी महाकुंभ
स्फटिक, रुद्राक्ष और नग नगीनों से भरी कंठी मालाएं बेचने वाली मोनालिसा अपने परिवार के करीब 50 लोगों के साथ महाकुंभ में इन्हें बेचने आई थीं. महाकुंभ में लोग मोक्ष प्राप्ति के उपाय जानने और अपने पापों की शुद्धि के लिए आते हैं. उनमें से कई मोनालिसा के रूप लावण्य और सरल सौंदर्य में उलझकर रह गए हैं. मोनालिसा की मालाएं कितनी बिकीं यह तो नहीं पता, लेकिन सैकड़ों लोगों ने उनके साथ सेल्फी जरूर ली. सभी उनकी सादगी भरी कुदरती सुंदरता के कायल हो गए.
हिरोइनों से हो रही तुलना
नीली आंखों वाली वायरल गर्ल एकाएक सोशल मीडिया पर सुर्खियों में है. और तो और लोग फिल्म अभिनेत्री दीपका पादुकोण और सोनाक्षी सिन्हा तक से उसकी तुलना कर रहे हैं. पब्लिक को लीक से हटकर कुछ स्पेशल चाहिए. चाहे वह आईआईटी वाले बाबा हों या मोनालिसा. कई प्रबुद्धजन इस तरह से कैमरे लेकर पीछे पढ़ने वालों पर आपत्ति भी उठा रहे हैं. उनका कहना है कि टीआरपी के पीछे महाकुंभ की भावना और महत्व पर असर पड़ रहा है.
भाईृ-बहनों में सबसे छोटी
पारदी जनजाति परिवार से ताल्लुक रखने वाली मोनालिसा दो भाई और दो बहनों में सबसे छोटी हैं. उन्होंने भाई की पढ़ाई के लिए अपनी पढ़ाई छोड़ दी और घर की जिम्मेदारी का बड़ा हिस्सा ओढ़ लिया. जब वह महाकुंभ मेले में माला बेचने पहुंची, तो उनकी सुंदरता ही दुश्मन बन गई. हालात तो यह बन गए कि उनके महाकुंभ छोड़ने की खबरें आने लगीं. शुरुआती वीडियो में मोनालिसा ने अपने को मध्य प्रदेश के इंदौर का बताया था. मगर, वह मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में लोकमाता अहिल्याबाई की पूर्व राजधानी महेश्वर के वार्ड क्रमांक 09 की रहने वाली हैं.
गुरु ने जताई थी चिंता
नर्मदा तट निवासी मोनालिसा जब गंगा तीरे पहुंचीं तो उनकी उनकी चर्चा सोशल मीडिया पर हो गई. खूबसूरत फिल्मी गीतों के बैकग्राउंडर वाले उनके कई वीडियो वायरल हो गए. लोगों का कहना है कि किसी फिल्मकार की नजर पड़ गई तो वह बहुत जल्दी फिल्मों में दिखाई देगी. हाल ही में महाकुंभ में उनके गुरु ने 21000 रुपये में एक मुखी रुद्राक्ष खरीदा था. इसके अलावा उन्होंने 3500 रुपये की मालाएं भी लीं. उन्होंने मोनालिसा के हालातों पर चिंता व्यक्त की थी.
पक्का मकान तक नहीं
40 साल से महेश्वर में रहने वाली मोनालिसा का पक्का मकान भी नहीं है. प्लास्टिक की छत के नीचे रहने वाले वह मजबूर हैं. आवास योजना का लाभ भी मोनालिसा को नहीं मिला है. हालांकि कुंभ से सुर्खियों में आई मोनालिसा के दादा लक्ष्मण भोसले और उसके परिजनों को भाग्य बदलने की पूरी उम्मीद है. दादा का मानना है कि महाकुंभ में ऐसी स्थिति देखकर वह परेशान हो रही है और घबरा भी गई है. हालांकि सोशल मीडिया से सुर्खियों में आई मोनालिसा से खुशी का ठिकाना नहीं है. गरीब माला बेचने वाली इन दिनों दुनिया में अपनी सादगी भरी कुदरती सुंदरता को लेकर चर्चा में है.
Location :
Allahabad,Uttar Pradesh
First Published :
January 24, 2025, 12:07 IST
महाकुंभ मेले में माला बेचने वाली मोनालिसा कहां गई? घरवालों को भी नहीं अता-पता