Farrukhabad: उत्तर प्रदेश का सबसे अधिक आलू उत्पादन करने वाला जिला फर्रुखाबाद है. इन दिनों यहां के किसान आलू की बुवाई में व्यस्त हैं क्योंकि यहां बड़े पैमाने पर आलू की खेती होती है. बावजूद इसके इन किसानों को खाद के लिए लाइनों में लगकर परेशान होना पड़ रहा है और उसके बाद भी इन्हें खाद नहीं मिल रही है. किसान आधी रात को ही खाद की समितियों पर पहुंचकर लंबी लाइन में लग जाते हैं लेकिन 12 घंटे तक खाद न मिलने के कारण उन्हें निराश होकर लौटना पड़ता है. स्थिति तब और बिगड़ जाती है, जब भीड़ अनियंत्रित हो जाती है.
किसानों में खाद के लिए मारामारी
आलम यह है कि इस समय हर किसान को खाद की बहुत जरूरत है क्योंकि आलू की बुआई खाद के बिना नहीं हो सकती. वहीं अगर खाद समय पर न मिले तो किसानों की फसल पिछड़ जायेगी. ये इनकी बड़ी चिंता है. ऐसे में समिति खुलने का समय भले ही दस बजे का हो लेकिन किसान वहां पर पहले नंबर लगाने की लालसा में सुबह पांच बजे ही पहुंच जाते हैं. ऐसे में खाद के लिए सैकड़ों किसानों के पहुंचने से जल्दी ही लंबी कतारे लग जाती हैं. इस समय किसानों को डीएपी और एनपीके की जरूरत है.
सरकारी दुकान पर बड़ी संख्या में पहुंचे किसान
पिछले कई दिनों से खाद का इंतजार कर रहे किसान सुधीर लोकल 18 को बताते हैं कि वे कई दिनों से समिति आ रहे हैं लेकिन अब तक खाद नहीं मिली है. इस समय पर आलू, सरसों, तंबाकू की फसलों के लिए खाद की आवश्यकता है. यहां उनका आधार कार्ड जमा करा लिया जाता है पर कई घंटो तक नंबर नहीं आता. नंबर आ भी जाए तो एक या दो बोरी खाद ही दी जाती है, जो काफी नहीं है.
जिलाधिकारी ने समिति के सचिव से ली जानकारी
खाद ना मिलने और ओवररेटिंग से परेशान किसानों ने जिलाधिकारी के समक्ष इस समस्या को उठाया. ऐसा करने पर जिले में खाद की समस्या को देखते हुए जिलाधिकारी वीके सिंह ने जिले की कई खाद समितियों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान जिला कृषि अधिकारी को निर्देशित करते हुए सभी दुकानों पर छापेमारी करने के आदेश दिए. इससे किसानों की समस्या हल होगी ऐसी उम्मीद की जा सकती है.
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FIRST PUBLISHED :
October 22, 2024, 13:42 IST