Agency:News18 Madhya Pradesh
Last Updated:January 22, 2025, 16:53 IST
Water Scarcity successful Kanha Buffer Zone: कान्हा नेशनल पार्क से 5 किलोमीटर पहले पड़ने वाला गांव भीमलाट गांव है. यहां के लोग अब भी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं. ऐसे में लोकल 18 इस गांव में जा पहुंचा देख...और पढ़ें
बीमलाट
बालाघाट. बालाघाट जिला पर्यटन के लिए जाना जाता है. ऐसे में यहाँ पर कान्हा नेशनल पार्क भी है, जिसे देखने के लिए देश-विदेश के सैलानी पहुंचते है. लेकिन इस नेशनल पार्क के पास के गांवों में विकास अब भी नहीं पहुंच पाया है. दरअसल, कान्हा नेशनल पार्क से 5 किलोमीटर पहले पड़ने वाला गांव भीमलाट गांव है. यहां के लोग अब भी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं. ऐसे में लोकल 18 इस गांव में जा पहुंचा देखिए लोकल 18 की ग्राउंड रिपोर्ट…
पानी की समस्या से जूझ रहा गांव
बैहर से लगभग 17 किलोमीटर दूर स्थित भीमलाट गांव जनपद पंचायत बिरसा के अंतर्गत आता है. इस गांव में पानी की गंभीर समस्या है. ऐसे में लोगों को पानी के लिए लगभग 1 से डेढ़ किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. खासतौर से गर्मी के दिनों पानी के लिए कई संघर्ष करना पड़ता है. यह हालात तब है, जब सरकार का हर घर में पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य है.
पानी की टंकी दो साल पहले बनी लेकिन पानी अब तक नहीं पहुंचा
भीमलाट में जल जीवन मिशन के तहत दो साल पहले ही टंकी बन चुकी है. वहीं, गांव भर में पाइप लाइन भी बिछा दी गई है. स्थानीय धूल सिंह उइके ने बताया कि यहां पर दो बोरवेल खोदे गए है, लेकिन उनसे पानी नहीं निकला है. ऐसे में एक बोरवेल नाले के किनारे खोदा गया है, जिसमें पानी निकला है. इसमें एक समस्या ये है कि यह इलाका कान्हा नेशनल पार्क के बफर जोन में आता है. ऐसे में वन विभाग ने बोर से गांव तक पाइप लाइन बिछाने की अनुमति नहीं दी है.
हर घर में नल कनेक्शन लेकिन उसमें जल नहीं
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्त 2019 को जल जीवन मिशन कार्यक्रम की शुरुआत की थी. इसका लक्ष्य था कि साल 2024 तक ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन दिया जाएगा. भीमलाट में हर घर में नल कनेक्शन तो दे दिया गया है लेकिन इन नलों में पानी नहीं आता है.
सीएम हेल्पलाइन लगाई लेकिन कोई सुनवाई नहीं
भीमलाट निवासी हरिचंद चौधरी ने बताया कि पानी के लिए संघर्ष करना पड़ता है. इस मामले में तीन बार सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की गई लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हो पाई है. वहीं, अधिकारी शिकायत वापस लेने का दबाव बनाते हैं. हरिचंद का कहना है कि जब तक गांव में पानी नहीं आएगा, तब तक सीएम हेल्पलाइन में की गई शिकायत वापस नहीं लिया जाएगा.
वहीं, ग्राम पंचायत भीमलाट की ग्राम रोजगार सहायक मीरा कुसरे ने बताया कि गर्मी के दिनों में पीने के पानी के लिए बेहद समस्या आती है. नल जल योजना का काम तो हो चुका है, लेकिन अभी तक पंचायत को हैंडओवर नहीं हुई है.
Location :
Balaghat,Madhya Pradesh
First Published :
January 22, 2025, 16:53 IST
यहां दुनिया तो पहुंच गई लेकिन विकास अब भी कोसों दूर...कनेक्शन है पर पानी नहीं