ये हैं हरियाणा में BJP के ‘नवरत्न’, जहां पहली बार खिला कमल, 60 साल का सखा खत्म

1 hour ago 1

चंडीगढ़. हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों ने सभी भी चौंका दिया. यहां पर कई सीटों पर भाजपा ने पहली बार जीत का स्वाद चखा. भाजपा को कई सीटों पर चहेरे बदलने का फायदा हुआ. वहीं, भाजपा ने ऐसी 9 सीटों पर जीत हासिल की, जहां पर कभी कमल नहीं खिला था और इन सीटों पर कांग्रेस और दूसरी पार्टियां जीत दर्ज कर रही थी. इन सीटों में जाटलैंड की सीटें भी शामिल हैं.

जानकारी के अनुसार, सोनीपत की गोहाना, खरखौदा, सफीदों, नरवाना, दादरी, बरवाला, फरीदाबाद एनआईटी, पूंडरी और समालखा सीट पर पहली बार भाजपा ने जीत दर्ज की है. इन विधानसभा क्षेत्रों में कभी भी भारतीय जनता पार्टी कमल नहीं खिला पाई थी.

सोनीपत की गोहाना सीट पर 1967 से कांग्रेस का दबदबा था. 2005 से यहां पर कांग्रेस काबिज थी. लेकिन इस बार डॉ. अरविंद शर्मा ने भाजपा का सूखा खत्म कर दियार और 10 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की. इसी तरह, 2008 में परिसीमन में अस्तित्व में खरखौदा सीट पर भाजपा के पवन खरखौदा जीते और उन्हें कांग्रेस का किला ध्वस्त कर दिया. जींद जिले में भाजपा ने कांग्रेस का सफाया कर दिया. सफीदों सीट पर भाजपा आज तक नहीं जीती थी, लेकिन जेजेपी से भाजपा से शामिल हुए रामकुमार गौतम ने जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया.

जाटलैंड जींद में कांग्रेस का सूपड़ा साफ

जींद के ही नरवाना से कृष्ण बेदी की जीत से भाजपा का जीत का वनवास खत्म हो गया. दादरी सीट पर भाजपा ने सुनील सांगवान को टिकट दिया. वह पुलिस की नौकरी से वीआरएस लेकर चुनाव लड़ने उतरे थे और उन्हें जीत भी मिली. इसके अलावा, हिसार की बरवाला सीट पर रणबीर गंगवा ने जीत दर्ज की. अहम बात है कि  रणबीर गंगवा का टिकट बदला गया था और भाजपा ने उन्हें नलवां से हटाकर बरवाला भेजा था और अब वह चुनाव जीत गई.

यहां पर 30 साल बाद जीती कोई पार्टी

कैथल की पूंडरी सीट पर इस बार चौंकाने वाले नतीजे सामने आए. यहां पर 30 साल से आजाद प्रत्याशी जीत रहा था. लेकिन इस बार सतपाल जांबा ने भाजपा के लिए सत्ता का रास्ता खोला. बीते चुनाव में यहां से रणधीर गोलन विधायक थे और इस बार उन्होंने कांग्रेस को समर्थन दिया था. दिल्ली से सटे फरीदाबाद एनआईटी सीट पर भाजपा जीत के लिए तरस रही थी. लेकिन सतीश कुमार भाजपा का सूखा खत्म कर दिया और कांग्रेस के नीरज शर्मा को हराया. नीरज का नौकरियों को लेकर बयान काफी वायरल हुआ था. पानीपत के समालखा पर 1967 से अब तक भाजपा जीत हासिल नहीं कर पाई थी. हालांकि, लेकिन इस बार भाजपा के मनमोहन भड़ाना ने जीत दर्ज की. हुड्डा के करीबी धर्मपाल छोक्कर को यहां हार का सामना करना पड़ा.

Tags: Haryana BJP

FIRST PUBLISHED :

October 9, 2024, 14:55 IST

*** Disclaimer: This Article is auto-aggregated by a Rss Api Program and has not been created or edited by Nandigram Times

(Note: This is an unedited and auto-generated story from Syndicated News Rss Api. News.nandigramtimes.com Staff may not have modified or edited the content body.

Please visit the Source Website that deserves the credit and responsibility for creating this content.)

Watch Live | Source Article