Agency:News18 Bihar
Last Updated:February 05, 2025, 13:55 IST
Rohtas Biodiversity Park: सोन नदी के तटीय क्षेत्र में वन विभाग द्वारा एक बायोडायवर्सिटी पार्क का निर्माण किया जा रहा है. यह पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता को बढ़ावा देने और पर्यटन को विकसित करने में महत्वपूर्ण भ...और पढ़ें
![रोहतास में बन रहा है बायोडायवर्सिटी पार्क, जानें लागत और खासियत रोहतास में बन रहा है बायोडायवर्सिटी पार्क, जानें लागत और खासियत](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2025/02/HYP_4957698_1738726460227057_1-scaled.png?impolicy=website&width=640&height=480)
प्रतीकात्मक तस्वीर
हाइलाइट्स
- रोहतास में सोन नदी के किनारे बायोडायवर्सिटी पार्क बन रहा है.
- पार्क की लागत 7 करोड़ रुपये है और यह 5 एकड़ में फैला होगा.
- यह पार्क पर्यावरण संरक्षण, शोध और पर्यटन को बढ़ावा देगा.
रोहतास. सोन नदी के तटीय क्षेत्र में वन विभाग द्वारा एक बायोडायवर्सिटी पार्क का निर्माण किया जा रहा है, जो पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता को बढ़ावा देने और पर्यटन को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. इस पार्क को जल संसाधन विभाग से प्राप्त पांच एकड़ भूमि पर विकसित किया जा रहा है. वहीं इस पार्क के निर्माण में सात करोड़ रुपये की लागत आएगी.बता दें कि इस पार्क का मुख्य उद्देश्य दुर्लभ और विलुप्त होती वनस्पतियों का संरक्षण करना और वन्यजीवों के महत्व को प्रदर्शित कर लोगों को जागरूक करना है. यह पार्क ना केवल पर्यावरण संरक्षण में सहायक होगा, बल्कि यह क्षेत्रीय पर्यटन और शोध के लिए भी उपयोगी साबित होगा.
5 एकड़ में फैला होगा बायोडायवर्सिटी पार्क
वन विभाग के अनुसार, इस पार्क में बच्चों के लिए खेल क्षेत्र, ओपन जिम, योग स्थल, फव्वारे, फ्लैग पोस्ट और प्राकृतिक ट्रैकिंग मार्ग जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी, जिससे यह हर आयु वर्ग के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा. डीएफओ मनीष कुमार ने बताया कि यह पार्क ना केवल प्राकृतिक सौंदर्य को बढ़ावा देगा, बल्कि नगरीय क्षेत्र में रहने वाले लोगों को शुद्ध वातावरण और मनोरंजन की विशेष सुविधाएं भी प्रदान करेगा. इस परियोजना की नींव 2020 में रखी गई थी, जब जल संसाधन विभाग ने पांच एकड़ भूमि नगर परिषद को पार्क निर्माण के लिए सौंपी थी. तत्कालीन विधायक सत्यनारायण सिंह ने अपने विधायक निधि से इस क्षेत्र की चारदीवारी का निर्माण कराया था.
इस वजह से खास होगा बायोडायवर्सिटी पार्क
सरकार के निर्देश पर, इस पार्क की देख-रेख की जिम्मेदारी नगर निकाय से हटाकर वन विभाग को सौंप दी गई। वर्ष 2024 में पार्क के विकास कार्यों के तहत मिट्टी की भराई, पौधारोपण और ट्रैकिंग सुविधाओं के निर्माण पर लगभग एक करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं. बायोडायवर्सिटी पार्क सिर्फ पर्यटकों के लिए ही नहीं, बल्कि शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण केंद्र होगा. यहां विभिन्न प्रजातियों के पौधों और जीव-जंतुओं को सचित्र रूप में प्रदर्शित किया जाएगा, ताकि लोग इनके महत्व को समझ सकें और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में जागरूक हो सकें. वन विभाग इस पार्क को पर्यावरणीय जागरूकता और जैव विविधता के संरक्षण का प्रमुख केंद्र बनाने की योजना पर कार्य कर रहा है.
पर्यटकों के लिए बनेगा आकर्षण का केन्द्र
इस पार्क की खासियत यह होगी कि यहां प्राकृतिक वनस्पतियों, दुर्लभ जीव-जंतुओं और विभिन्न जैव विविधताओं का संग्रहण और प्रदर्शन किया जाएगा. इसके अलावा, यह पार्क क्षेत्रीय पर्यटन को भी बढ़ावा देगा, क्योंकि सोन नदी के किनारे विकसित होने के कारण प्राकृतिक सौंदर्य और हरियाली से भरपूर यह स्थल पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन सकता है. यह परियोजना पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता के अध्ययन, शोध कार्यों और आम जनता की जागरूकता के लिए एक प्रभावी पहल साबित होगी. वन विभाग का लक्ष्य है कि इस वर्ष के अंत तक जनता को समर्पित कर दिया जाए, जिससे लोग प्रकृति के महत्व को समझें और पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका निभा सके.
First Published :
February 05, 2025, 13:55 IST