हल्द्वानी में तिब्बत का असली जायका, नोट कर लें इस रेस्टोरेंट का पता

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हल्द्वानी

हल्द्वानी में ऑथेंटिक तिब्बत फूड का पता.

नीमा खांपा ने कहा कि लाफिंग मसालेदार मैदा और नूडल्स से तैयार किए जाने वाला एक तिब्बती व्यंजन है. यह स्ट्रीट फूड नेपाल म ...अधिक पढ़ें

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हल्द्वानी. उत्तराखंड का हल्द्वानी शहर अपने खानपान के लिए भी खासा मशहूर होता जा रहा है. यहां लगभग हर राज्य का जायका मिल जाएगा. अगर आपको खाना हो तिब्बत का ऑथेंटिक फूड, तो चले आइए वृंदावन विहार, मल्ली बमोरी स्थित रोगपा रेस्टोरेंट में. यहां आप ऑथेंटिक तिब्बत फूड जैसे कि मोमो, लाफिंग, टिंगमो, साफले, कोथे मोमो समेत कई जायके चख सकते हैं. रेस्टोरेंट संचालक नीमा खांपा ने लोकल 18 से कहा कि वह हल्द्वानी के लोगों को तिब्बत फूड का असली टेस्ट चखाना चाहती हैं. साथ ही अभी तक शहर में कही भी ऑथेंटिक तिब्बती फूड नहीं मिलता था, इसलिए उन्होंने हाल ही में यह रेस्टोरेंट खोला है. वह आगे चलकर और भी नई-नई तिब्बती डिश बनाकर सर्व करेंगी.

नीमा खांपा ने कहा कि लाफिंग मसालेदार मैदा और नूडल्स से तैयार किए जाने वाला एक तिब्बती व्यंजन है. यह स्ट्रीट फूड नेपाल में काफी ज्यादा लोकप्रिय है. इस फूड का नाम दो शब्दों से मिलकर बना है, जिसमें ‘ला’ का अर्थ ठंडा और ‘फिंग’ का मतलब जेली जैसी बनावट वाली खाने की एक चीज से है. वहीं तिब्बती व्यंजनों में टिंगमो एक स्टीम्ड ब्रेड है. इसे कभी-कभी स्टीम्ड बन के रूप में वर्णित किया जाता है, जो एक नरम बनावट के साथ रोल के समान होता है. इसमें किसी भी तरह की फिलिंग नहीं होती है. खाने में यह बेहद स्वादिष्ट होता है.

नेपाल और सिक्किम का लोकप्रिय व्यंजन साफले
उन्होंने आगे कहा कि साफले नेपाल और सिक्किम के सबसे लोकप्रिय व्यंजनों में से एक है, जिसे सालभर खाया जाता है. इसमें सा का मतलब है मांस जबकि फले का मतलब है रोटी. साफले मूल रूप से कीमा बनाया हुआ मसालेदार चिकन और गोभी का मिक्स्चर है, जिसे कुरकुरे मैदे के आवरण में भरा जाता है. इसे सुनहरा भूरा होने तक डीप फ्राई किया जाता है. यह सब्जियों के साथ शाकाहारी लोगों के लिए भी बनाया जा सकता है. मोकथुक मोमो और थुकपा का एक संयोजन है. जहां मोमो की तुलना में पकौड़ी का आकार आमतौर पर छोटा होता है, जिसे त्सी-त्सी मोमो के रूप में जाना जाता है, झोल मोमो के समान. हालांकि मोकथुक के लिए शोरबा या तो मांस की हड्डियों को विभिन्न जड़ी-बूटियों और सब्जियों के साथ मिलाकर बनाया जाता है या शाकाहारी शोरबे के साथ परोसा जाता है.

किफायती हैं सभी स्ट्रीट फूड
नीमा खांपा ने कहा कि उनके यहां सभी स्ट्रीट फूड 50 रुपये से 80 रुपये तक हैं. उनका रेस्टोरेंट शाम 8:30 बजे तक खुला रहता है. अगर कोई भी व्यक्ति ऑथेंटिक तिब्बत फूड का मजा लेना चाहता है, तो वह मल्ली बमोरी के वृंदावन विहार स्थित रोगपा रेस्टोरेंट आ सकता है. आने वाले समय में उनके रेस्टोरेंट में मोकथुक व थेन्थुक समेत कई तिब्बत फूड सर्व किए जाएंगे.

Tags: Food, Haldwani news, Local18, Uttarakhand news

FIRST PUBLISHED :

October 7, 2024, 15:51 IST

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