100 पौधों से 1.5 लाख!किसान ने लगाई नींबू की ये खास किस्म और आ गया पैसा ही पैसा

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Agency:Local18

Last Updated:February 06, 2025, 14:36 IST

Lemon Farming: किसान घनश्यामभाई पटेल ने प्राकृतिक खेती अपनाकर नींबू की खेती से 1.50 लाख रुपये का उत्पादन किया, जिससे लागत कम और मुनाफा बढ़ा.

100 पौधों से 1.5 लाख!किसान ने लगाई नींबू की ये खास किस्म और आ गया पैसा ही पैसा

नींबू की खेती के लाभ

हाइलाइट्स

  • घनश्यामभाई पटेल ने नींबू की खेती से 1.50 लाख कमाए.
  • प्राकृतिक खेती से लागत कम और कमाई बढ़ी.
  • 100 नींबू के पौधों से अच्छा उत्पादन हो रहा है.

भावनगर: किसानों ने प्राकृतिक खेती के तरीकों का उपयोग करना शुरू कर दिया है. इससे खेती की लागत कम हो गई है और कमाई बढ़ गई है. भावनगर जिले के वल्लभीपुर तालुका के मालपरा गांव के किसान घनश्यामभाई पटेल प्राकृतिक खेती कर रहे हैं. पहले वे कपास और गेहूं की खेती करते थे, लेकिन सीमित आय (Limited income) के कारण उन्होंने बागवानी फसलों की ओर रुख किया और 250 नींबू के पौधे लगाए. इनमें से 150 पौधे सूख गए. वर्तमान में 100 पौधों से नींबू का उत्पादन हो रहा है. इससे 1.50 लाख रुपये का उत्पादन हो रहा है. वे रोग नियंत्रण के लिए जीवामृत, गोमूत्र, खट्टा छाछ का उपयोग करते हैं.

उत्पादन भी अच्छा है और लागत कम
लोकल 18 से बात करते हुए किसान घनश्यामभाई ठाकोरशिभाई पटेल ने कहा, “मैं बचपन से खेती कर रहा हूं. मैंने 100 नींबू के पौधे लगाए थे. पहले कपास की खेती करता था, लेकिन अन्य किसानों ने बोटाड जिले के गढ़डा, उगामेड़ी और भावनगर जिले के शिहोर पंथक में नींबू लगाए और शानदार इनकम प्राप्त की, इसलिए मैंने भी नींबू लगाने का सोचा. अन्य फसलों की तुलना में इस खेती में उत्पादन भी अच्छा है और लागत कम है.”

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उन्होंने आगे कहा, “नींबू की पेपर किस्म लगाई गई है. पिछले कई वर्षों से इस खेती में कोई रासायनिक दवा या उर्वरक का उपयोग नहीं किया गया है. केवल जैविक उर्वरक का उपयोग किया जाता है. मुख्य रूप से जीवामृत का उपयोग उर्वरक के रूप में किया जाता है. फफूंदनाशक के रूप में स्टाटा का उपयोग किया जाता है. इसके अलावा, छाछ, गोमूत्र आदि का उपयोग किया जाता है, जिससे लागत भी कम होती है. अन्य फसलों की तुलना में नींबू की फसल का उत्पादन अच्छा है, जबकि प्रयास और लागत भी कम है.”

100 पौधों से 1,50,000 रुपये से अधिक का उत्पादन
उन्होंने आगे बताया कि नींबू के पौधे 10 से 12 साल पहले लगाए गए थे. उसके बाद पांच से छह साल में उत्पादन शुरू हुआ. पहले साल उत्पादन कम था लेकिन उसके बाद उत्पादन बढ़ गया. नींबू की फसल आने के बाद इसे बोटाड, भावनगर सहित विभिन्न स्थानों पर बेचा जाता है. प्रति मन की कीमत 1500 रुपये से 2200 रुपये तक मिलती है. 100 पौधों से अनुमानित 1,50,000 रुपये से अधिक का उत्पादन होता है.

First Published :

February 06, 2025, 14:36 IST

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