Last Updated:February 06, 2025, 16:49 IST
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के डीएम दीपक मीणा ने हाल ही ऐसा एक आदेश दिया है, जिसे लेकर बाबू और फरियादी दोनों खुश हैं. आइए जानें क्या है यह आदेश और खुशी की वजह क्या है?
गाजियाबाद. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के डीएम दीपक मीणा ने जब से चार्ज सम्भाला है, जिला मुख्यालय में बाबू और उनके कामकाज में बदलाव देखने को मिल रहा है. वे लगातार कामकाज के ढर्रे में सुधार लाने का प्रयास कर रहे हैं. इसी दिशा में उन्होंने हाल ही ऐसा एक आदेश दिया है, जिसे लेकर बाबू और फरियादी दोनों खुश हैं. आइए जानें क्या है यह आदेश और खुशी की वजह क्या है?
डीएम ने बाबुओं को अपने कक्ष में अपने नाम के साथ पदनाम की नेम प्लेट लगाने का निर्देश दिया, जिससे उनसे मिलने आने वाली जनता को उनके पदनाम जानने में दिक्कतें न हो. फरियादियों को दूर से पता चले कि वह अपने काम के लिए किस अधिकारी के पास गए थे. अब इस कड़ी में जिला मुख्यालय में कार्यरत बाबुओं को भी अपनी डेस्क पर अपने नाम और पदनाम की नेम प्लेस लगानी होगी. इस संबंध में डीएम ने सभी बाबुओं को निर्देश जारी कर दिए हैं.
अभी तक विभागों में सिर्फ अधिकारी के नाम की नेमप्लेट उनके कक्ष के बाहर ही लगी होती थी, मगर उनके अधीनस्थ कार्यरत स्टेनों, बाबूओं की नेमप्लेट नहीं लगाई जाती थी. अब डीएम के निर्देश पर अधिकारियों के साथ-साथ उनके अधीनस्थ बाबुओं को भी अपनी डेस्क पर नेम प्लेट पदनाम के साथ लगानी होगी. बाबुओं की नेम प्लेट बनने का काम भी शुरू हो गया है. अगले सप्ताह से बाबुओं की टेबल पर उनके नाम की प्लेट लगनी शुरू हो जाएगी. जिससे अपने काम के लिए आने वाले लोगों को सम्बंधित अधिकारी व बाबुओं की पहचान करने में आसानी होगी और बेवजह एक से दूसरे विभाग में चक्कर लगाने से भी बच जाएं.
ये होगा फायदा
इससे फरियादियों को यह फायदा होगा कि जो बाबू काम नहीं करेगा, उसकी पहचान करने के लिए पूछताछ नहीं करनी होगी. नेम प्लेट देखकर नाम पदनाम का पता चल जाएगा. वहीं बाबुओं को लगता है कि अभी तक नेम प्लेट केवल अधिकारियों की लगती थी, अब उनकी भी लगेगी.
Location :
Ghaziabad,Uttar Pradesh
First Published :
February 06, 2025, 16:49 IST
यूपी के इस शहर में DM ने दिया आदेश, बाबू और फरियादी दोनों हो रहे 'चौडे़'