हाइलाइट्स
गाजियाबाद में 31 साल पहले अगवा हुआ बच्चा अपने परिवार से मिला राजू का अपहरण 7 साल की उम्र में साहिबाबाद इलाके से हुआ था राजू ने बताया कि उसे अगवाकर राजस्थान ले जाय गया था
गाजियाबाद. कहते हैं कि हनुमान जी की वजह से भगवान श्री राम का वनवास 14 साल बाद खत्म हुआ था. लेकिन कलयुग में भी हनुमान जी की वजह से ही गाजियाबाद के राजू का वनवास 31 साल बाद खत्म हुआ. दरअसल, गाजियाबाद का थाना खोड़ा 31 साल बाद एक बेटे के परिवार के मिलन का गवाह बना. 31 साल पहले 7 साल की उम्र में गाजियाबाद का एक लड़का अगवा हो गया था. 31 साल बाद थाना खोड़ा में युवक अपने परिवार से मिला.
1993 में जब यह बच्चा लापता हुआ था तब सरकारी कागजों में भी इसकी गुमशुदगी दर्ज की गई थी. युवक के मुताबिक उसका अपहरण कर उसे राजस्थान ले जाय गया था, जहां मारा-पीटा जाता था. रात में बांध के रखा जाता था. दिन भर काम कराया जाता और सिर्फ एक रोटी पूरे दिन में खाने को दी जाती थी. राजू 8 सितंबर 1993 को साहिबाबाद इलाके से लापता हो गया था. अब राजू 31 साल के बाद वापस परिवार के पास पहुंचा है.
बयां की बर्बरता की दास्तां
राजू बताता है कि वह और उसकी बहन उस मनहूस दिन स्कूल से लौट रहे थे, तभी उसको अपरहण करके राजस्थान ले जाया गया. जहां उसके साथ मारपीट की जाती थी. पूरे दिन काम कराया जाता था. शाम को सिर्फ एक रोटी दी जाती थी और रात में बांध दिया जाता था. राजू के मुताबिक जिसके यहां वह बंधक था उसकी छोटी बेटी ने उसे हनुमान जी की उपासना करने को कहा. जिसके बाद वह हनुमान जी की आराधना करने लगा. लड़की ने ही उसे भागने की सलाह दी. जिसके बाद मौका देखकर राजू राजस्थान से एक ट्रक में चढ़ गया. राजू दिल्ली पहुंचा.
खोड़ा पुलिस की वजह से हुई परिवार से मुलाक़ात
राजू के मुताबिक उसके बाद वह कई पुलिस थानों में मदद मांगने गया, लेकिन उसकी मदद नहीं हुई. राजू अपना घर और इलाका भूल चुका था. 5 दिन पहले 22 नवंबर को राजू थाना खोड़ा पहुंच गया. यहां पुलिस ने उसका ध्यान रखा. जूते दिए, खाने-पीने का प्रबंध किया और साथ ही मीडिया और सोशल मीडिया में उसकी खबर छपवाई। जिसके बाद राजू के चाचा ने पहचान लिया। फिर परिवार खोड़ा थाने पहुंचा और उसे अपने साथ ले गया. 31 साल बाद अपने एकलौते बेटे को पाकर परिवार भावुक है. बाइट राजू
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FIRST PUBLISHED :
November 28, 2024, 10:50 IST