Last Updated:February 06, 2025, 14:33 IST
ज्ञानिकों ने एक रिपोर्ट में चेतावनी दी है कि स्पेस से गिरने वाले कचरे की संभावना 26 फीसदी हो गई है, जो हवाई उड़ानों के लिए कम खतरा नहीं है. हाल ही में अमेरिका में हुए दो विमान दुर्घटनाओं ने भी चिंताएं बढ़ाई हैं...और पढ़ें
![हवाई यात्राओं को किससे है खतरा, जिसकी चेतावनी दे रहे साइंटिस्ट्स? हवाई यात्राओं को किससे है खतरा, जिसकी चेतावनी दे रहे साइंटिस्ट्स?](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2025/02/airplane-space-threat-001-2025-02-f0c18c925643cb6af5ec9b9b5f13b068.jpg?impolicy=website&width=640&height=480)
रिपोर्ट में कहा गया है कि स्पेस के कचरे का गिरना हवाई जहाजों के लिए बढ़ता खतरा है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
हाइलाइट्स
- स्पेस से गिरने वाला कचरा हवाई उड़ानों के लिए खतरा है
- स्पेस कचरे की संभावना 26% बढ़ी, उड़ानों में देरी हो सकती है
- अमेरिका में हाल की विमान दुर्घटनाओं ने चिंताएं बढ़ाई हैं
पिछले साल के ही अंत में भारत ने एविएशयन यानी उड्डयन में एक नया रिकॉर्ड बनाया था. भारत में एक दिन में सबसे पांच लाख यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पहुंचाने का रिकॉर्ड बनाया था. दूसरी तरफ भारत सरकार भी ऐसी कोशिशें कर रही है जिससे घरेलू उड़ानों का बाजार फले फूले. अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत में विमानसेवाओं में कैसा इजाफा होने वाला है. वहीं दुनिया के सबसे बड़े उड्डयन बाजार वाले देश अमेरिका में दो विमान दुर्घटनाओं ने एक तरह का डर पैदा किया है. एक अमेरिकी रिपोर्ट में अनोखी चेतावनी जारी की है जिससे ऐसी दुर्घटनाओं के बढ़ने की संभावना है. यह खतरा कहीं और से नहीं, सीधे स्पेस से है. स्पेस से गिरने वाले कचरे में इजाफा हो रहा है.
हवाई जहाज की सुरक्षा क्यों चर्चा में
हाल ही में अमेरिकी एयरलाइंस का विमान अमेरिकी आर्मी के ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर से वॉशिंगटन डीसी के बाहर टकराया था. इसके अलावा पिछले हफ्ते ही एक मरीज बच्चे और उसकी मां एवं चार अन्य लोगों को ले जा रहा एक जेट विमान फिलाडेलफिया के पास दुर्घटना ग्रस्त हो गया जिससे विमानों की सुरक्षा दुनिया भर में चर्चित हो गई है.
उड़ानों की सुरक्षा का जोखिम!
ऐसा नहीं है कि हवाई यात्रा सुरक्षित नहीं रह गई हैं. बल्कि वे पहले की तुलना में काफी सुरक्षित हो चुकी हैं. लेकिन इन दुर्घटनाओं ने उड्डयन जोखिमों की चिंताओं को फिर से जगा सा दिया है. इस बीच नई रिसर्च ने सुझाव दिया है कि उड़ानें भविष्य में ओर भी खतरनाक होने वाली हैं.
स्पेस में कचरा बढ़ना एक तेजी से बढ़ती समस्या है. (तस्वीर: NASA)
क्या कहती है रिपोर्ट?
साइंटिफिक रिपोर्ट्स में प्रकाशित अध्ययन का कहना है कि स्पेस के कचरे में हो रहे इजाफे ने विमानों के लिए खतरे को खासा बढ़ा दिया है. वैज्ञानिकों ने अध्ययन में अनुमान लगाया है कि सालाना स्पेस से वायुमंडल में कचरा गिरने की 26 फीसदी संभावना है, ऐसी घटनाओं के दौरान एयरस्पेस को ही बंद करना एक समाधान है, लेकिन इससे उड़ानों में देरी हो जाएगी और भारी आर्थिक नुकसान भी होगा.
क्यों बड़ा है खतरा?
फिलहाल स्पेस में रॉकेटों के 2300 हिस्से पृथ्वी की कक्षा में घूम रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि यह मुद्दा दशकों तक परेशान कर सकता है. रिपोर्ट में साफ कहा है कि ऐसे कचरे के वायुमंडल में गिरने से अमेरिका के उत्तरी राज्यों के हवाई इलाके उड़ानों के ज्यादा खतरा है क्योंकि वह उड़ानों का ट्रैफिक बहुत ही ज्यादा है. यहां यूरोप से उड़ाने ज्यादा आती जाती हैं. यहां 8 से 13 हजार उड़ाने रोजाना होती हैं.
स्पेस में कचरा बढ़ना अब विमानों के लिए भी एक तेजी से बढ़ती समस्या है. (तस्वीर: Canva)
हाल की एक घटना
जनवरी 2025 में ही स्पेस एक्स यान उत्तरी अटलांटिक महासागर में बिखर कर गिरा था. अमेरिका के फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने स्पेसएक्स के इस स्टारशिप 7 की जांच के आदेश दिए हैं. इसके कुछ टुकड़े बाद में टर्क्स और काइकोस द्वीपों में मिले थे. एफएए ने इस घटना के बाद कई उड़ानों को रोक दिया था. वहीं कीनिया में भी एक हजार पाउंड का एक रॉकेट का हिस्सा अलग से गिरा था.
क्या भारत को भी गंभीरता से लेने की जरूरत?
अभी भारत के आसमान में यह आंकड़ा केवल 3161 के औसत का है. भारत सरकार और उड्डयन उद्योग भारत में घरेलू उड़ानों का बाजार देख रहा है. भारत सरकार अगले 5 सालों में अपने एयरपोर्ट 74 से दो गुने करने जा रही है और देश में विमानों की संख्या 600 और बढ़ जाएगी. और उसके बाद यह संख्या तेजी से ही बढ़ेगी.
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रिएंट्री की घटना की पहचान कर कुछ समय के लिए हवाई उड़ानों को रोका तो जा सकता है, लेकिन इससे भारी आर्थिक नुकसान भी हो सकता है. इसके अलावा स्पेस का मलबा पहले से ही स्पेस सैटेलाइट और स्पेस स्टेशनों के लिए तो खतरा है ही, धरती के स्पेस ऑबजर्वेटरी के अवलोकनों को भी बाधा पहुंचाता है. कुल मिला कर वैज्ञानकों ने अंतरिक्ष के कचरे का कोई स्थायी समाधान खोजना ही होगा.
Location :
Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh
First Published :
February 06, 2025, 14:30 IST