Agency:News18 Rajasthan
Last Updated:February 05, 2025, 11:53 IST
खाटू श्याम जी मंदिर में 28 फरवरी से फाल्गुन लक्खी मेला शुरू होगा, जिसमें 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. बाबा श्याम के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ बढ़ रही है.
बाबा श्याम का मनमोहक श्रृंगार
हाइलाइट्स
- खाटू श्याम जी मेले में 50 लाख से अधिक श्रद्धालु आएंगे.
- बाबा श्याम के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ बढ़ी.
- बाबा श्याम का तिलक श्रृंगार किया गया.
सीकर. 28 फरवरी से विश्व प्रसिद्ध खाटू श्याम जी मंदिर फाल्गुन लक्खी मेला का आयोजन शुरू होगा. इस बार मेले में 50 लाख से अधिक श्रद्धालु आने का अनुमान है. ऐसे बाबा श्याम के दरबार में भक्तों की भीड़ अभी से बढ़ने लगी है. बाबा श्याम के दर्शन के लिए भारत से ही नहीं विदेशों से भक्त खाटू श्याम जी आते हैं. बाबा श्याम की ख्याती दिनों दिन बढ़ती जा रही है.
ऐसे में लखदातार के लाखों भक्त अपने दिन की शुरुआत बाबा श्याम के दर्शन कर करना चाहते हैं. लेकिन, वे रोज तो खाटू श्याम जी नहीं आ सकते हैं. ऐसे में Local 18 आपकी इस समस्या का समाधान लेकर आया है. आज 4 फरवरी के दिन खाटू श्याम मंदिर में क्या कुछ खास होगा और कैसा हुआ है, आज बाबा श्याम श्रृंगार ये बताएंगे साथ ही बाबा श्याम की आरती के दर्शन कराएंगे.
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मंदिर खुलते ही भक्तों की भारी भीड़
खाटू श्याम जी मंदिर के मुख्य पुजारी मंदिर मोहनदास महाराज ने बताया कि आज बाबा का नीले, पीले, सफेद और नारंगी रंग के फूलों से किया गया है. फूलों से सजे बाबा श्याम भक्तों को खूब पसंद आ रहे हैं. बाबा श्याम के बसंत पंचमी पर्व पर स्नान के बाद मंगलवार को बाबा श्याम का तिलक श्रृंगार किया गया जिसके कारण सोमवार रात्रि 09:30 बजे से ही बाबा श्याम के पट मंगल कर दिए गए थे. दिनभर पट बंद रहने के बाद मंगलवार को तिलक श्रृंगार के बाद शाम 4:30 बजे बाद बाबा श्याम मंदिर के पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए. हालांकि, दिनभर श्रद्धालुओं का खाटू धाम आने का सिलसिला जारी रहा. कुछ श्रद्धालु मंदिर परिसर के बाहर से ही पूजा कर घरों के लिए रवाना हुए तो अधिकतर श्रद्धालु बाबा श्याम के मंदिर के पट खुलने का इंतजार करते रहे और जैसे ही मंदिर के पट खुले तो श्रद्धालुओं ने लाइन में लग दर्शन किए.
कौन है बाबा श्याम
हारे के सहारे बाबा श्याम को भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है. महाभारत युद्ध के दौरान भीम के पौत्र बर्बरीक कौरवों की तरफ से युद्ध में शामिल होने जा रहे थे. बर्बरीक के पास तीन ऐसी तीर थे, जो पूरे युद्ध को पलट सकते थे. इसी को लेकर भगवान कृष्ण ने ब्राह्मण का रूप में आए और उनसे शीश दान में मांग लिया. बर्बरीक ने भी बिना संकोच किया भगवान कृष्ण को अपना शीश दान में दे दिया. तब भगवान कृष्ण ने प्रसन्न होकर बर्बरीक को कहा कि बर्बरीक तुम्हें कलयुग में श्याम के नाम से पूजे जाओगे, तुम्हें लोग मेरे नाम से पुकारेंगे और तुम अपने भक्तों के हारे का सहारा बनोगे.
Location :
Sikar,Sikar,Rajasthan
First Published :
February 05, 2025, 11:53 IST