![Mustafabad assembly election](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे आने शुरु हो चुके हैं। यहां पांच फरवरी को सभी 70 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ था। इस बीच मुस्तफाबाद विधानसभा सीट पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। यहां आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। यहां आम आदमी पार्टी ने आदिल अहमद खान, बीजेपी ने मोहन सिंह बिष्ट और कांग्रेस ने अली मेहंदी को उम्मीदवार बनाया है। इस मुस्लिम बहुल सीट पर 2020 में हाजी यनुस विधायक बने थे।
मुस्तफाबाद सीट अपनी राजनीतिक विरासत और बहुरंगी मतदाताओं के लिए जानी जाती है। मुस्तफाबाद विधानसभा सीट, पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी हर्ष मल्होत्रा ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कुलदीप कुमार (मोनू) को 93663 वोट से हराया था।
पिछले चुनाव के नतीजे
2020 विधानसभा में आप के हाजी यूनुस ने 20,704 सीटों के अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की थी। उन्हें 53.20% वोट शेयर के साथ 98,850 वोट मिले थे। उन्होंने बीजेपी के जगदीश प्रधान को हराया था, जिसमें 78,146 वोट (42.06%) मिले थे। 2015 के विधानसभा चुनाव में जगदीश प्रधान को इस सीट से जीत हासिल हुई थी। 2015 विधानसभा चुनाव में जगदीश प्रधान को 35.33% वोट शेयर के साथ 58,388 वोट मिले थे। कांग्रेस उम्मीदवार हसन अहमद को 52,357 वोट (31.68%) मिले। जगदीश प्रधान ने हसन अहमद को 6,031 वोट से हराया था।
ताहिर हुसैन ने बदले समीकरण
इस सीट पर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को टिकट दिया था। वह पुलिस कस्टडी में रहते हुए प्रचार कर रहे थे। ताहिर हुसैन की दावेदारी ने इस विधानसभा क्षेत्र की लड़ाई को चौतरफा कर दिया। ऐसे में आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस तीनों के जीतने की संभावनाएं हैं। ताहिर हुसैन भी यहां से जीत हासिल कर सकते हैं। इसी वजह से सभी की निगाहें इस सीट के नतीजे पर हैं।