Last Updated:January 21, 2025, 07:26 IST
Donald Trump- डोनाल्ड ट्रंप के पिछले कार्यकाल में भारत ने अमेरिका से कच्चे तेल, रक्षा उपकरण और हवाई जहाजों का आयात बढ़ाया था, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत हुए थे.
नई दिल्ली. डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में वापसी के साथ ही भारत सरकार अपने आयात बास्केट की समीक्षा कर रही है. इसका उद्देश्य यह देखना है कि कुछ वस्तुओं के आयात को अन्य देशों से हटाकर अमेरिका से किया जा सकता है या नहीं, जिससे व्यापार संतुलन बेहतर हो सके. ट्रंप ने पहले ही भारत के उच्च आयात शुल्क पर चिंता जताई है. उन्होंने इसे अमेरिकी निर्यात के लिए एक बड़ी बाधा बताया था और भारत को “टैरिफ किंग” कहा था. सूत्रों के मुताबिक, भारत सरकार इन चिंताओं को दूर करने और कुछ उत्पादों के आयात के स्रोत बदलने पर विचार कर रही है.
विशेषज्ञों का मानना है कि चीन के विपरीत डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन भारत के साथ व्यापारिक समझौतों को लेकर अधिक सकारात्मक रुख अपना सकता है. ट्रंप के पिछले कार्यकाल में भारत ने अमेरिका से कच्चे तेल, रक्षा उपकरण और हवाई जहाजों का आयात बढ़ाया था, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत हुए थे.
भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, जहां भारत का व्यापार अधिशेष (Trade Surplus) चीन के बाद सबसे अधिक है. अप्रैल-अक्टूबर 2024 के दौरान यह अधिशेष $21 बिलियन से अधिक था. पिछले वित्तीय वर्ष में भारत ने अमेरिका को $77.5 बिलियन का निर्यात किया था, जबकि आयात $35 बिलियन का रहा.
सरकारी अधिकारियों ने यह भी कहा कि व्यापार आंकड़ों में सेवाओं से जुड़े डेटा को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है. वीजा से जुड़े मुद्दों पर भी ध्यान दिया जा रहा है. कुशल श्रमिकों की वैश्विक मांग को देखते हुए भारत एक आकर्षक स्रोत बना रहेगा.
भारत के लिए मौका
इसके अलावा, सरकार ने फार्मा और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों को प्राथमिकता दी है, जहां चीन से अमेरिका को आयात घटने पर भारतीय निर्यात को बढ़ावा मिल सकता है. चीन पर लगाए गए सुरक्षा प्रतिबंधों के कारण भारत एक मजबूत विकल्प के रूप में उभर सकता है. हालांकि, इसके लिए भारत को अपनी उत्पादन क्षमता में वृद्धि करनी होगी. सरकार इस दिशा में निजी क्षेत्र को प्रोत्साहित कर रही है और उत्पादन के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के प्रयास कर रही है.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
January 21, 2025, 07:26 IST