Agency:News18 Bihar
Last Updated:February 05, 2025, 09:04 IST
Gopalganj Sabeya Airport : बिहार में अंग्रेजों के जमाने वाला एक एयरपोर्ट अब आम लोगों के लिए शुरू होने वाला है. दरअसल सबेया एयरपोर्ट को शुरू करने की कवायद तेज हो चुकी है. गोपालगंज के सांसद आलोक कुमार सुमन ने लोक...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- लोकसभा के बजट सत्र में सबेया हवाई अड्डे पर चर्चा, सांसद बोले-''उड़ान सेवा'' स्कीम से 1.5 करोड़ लोगों का सपना पूरा हुआ
- सांसद ने प्रधानमंत्री के प्रयासों को सराहा, कहा-देश में आम नागरिकों का सपना हकीकत में बदल रहा है, मिल रही है सहुलियत
- सबेया हवाई अड्डे की बाउंड्री करा रही केंद्र सरकार, 20 जनवरी को सांसद ने किया था हवाई अड्डे की बाउंड्री का शिलान्यास
- 517 एकड़ में फैला है सबेया हवाई अड्डा, अंग्रेजों ने द्वितीय विश्वयुद्ध के लिए 1868 में बनाया था, उड़ान योजना में है शामिल
गोविंद कुमार/गोपालगंज. केंद्र सरकार की ”उड़ान योजना” के तहत सबेया हवाई अड्डे को चालू करने की दिशा में प्रयास तेज हो गए हैं. लोकसभा के बजट सत्र में सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस हवाई अड्डे पर उड़ान सेवा शुरू करने की मांग उठाई. सांसद ने कहा कि केंद्र सरकार की उड़ान योजना के तहत देशभर में 1.5 करोड़ लोगों को हवाई यात्रा का मौका मिला है, और गोपालगंज के संसदीय क्षेत्र में सबेया एयरपोर्ट भी इस योजना में शामिल है. उन्होंने बताया कि सबेया हवाई अड्डे के चालू होने से गोपालगंज और सीवान के करीब दो लाख लोग, जो विदेशों में रहते हैं, उन्हें हवाई यात्रा की सुविधा मिलेगी.
सांसद ने प्रधानमंत्री के प्रयासों को सराहा, जिनके कारण आम नागरिकों का सपना हकीकत में बदल रहा है. बता दें कि बीते 20 जनवरी को केंद्र सरकार की रक्षा मंत्रालय की ओर से सबेया हवाई अड्डे की बाउंड्री कराने के लिए नींव रखी गयी. पहले फेज में जमीन की घेराबंदी पूरी की जाएगी. इसके बाद रनवे की मरम्मति का कार्य शुरू किया जाएगा. जून के पहले इस कार्य को पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए तीन करोड़ 62 लाख 73 हजार रुपए आवंटित किया गया है. 11 किमी की परिधि में चहारदीवारी का निर्माण होना है.
अंग्रेजों ने 1868 में बनाया था सबेया एयरपोर्ट
बता दें कि अंग्रेजों ने 1868 में सबेया में 517 एकड़ जमीन पर इस हवाई अड्डे को बनाया था. चीन के नजदीक होने के कारण रक्षा के दृष्टिकोण से यह हवाई अड्डा काफी संवेदनशील था. आजादी के बाद रक्षा मंत्रालय ने इस हवाई अड्डे को ओवरटेक करने के बाद इसे विकसित करने की जगह उपेक्षित छोड़ दिया था. अब इसे नरेंद्र मोदी की सरकार ने ”उड़ान योजना” में शामिल कर विकसित करने की पहल शुरू की है. उड़ान सेवा शुरू होने की उम्मीद से गोपालगंज के लोगों में खुशी की लहर है.
विकसित करने की क्यों पड़ी जरूरत
गोपालगंज व सीवान के करीब दो लाख से अधिक लोग विदेशों में रह रहे हैं. यहां से नजदीक गोरखपुर एयरफोर्स का यूनिट है. इनमें से खाडी़ देशों के मस्कट, ओमान, सउदी, इरान, बहरीन, दुबई जाते हैं. सीवान के बाद विदेशी मुद्रा की सर्वाधिक आवक गोपालगंज में है. यहां घरेलू उड़ान शुरू होने से कारोबार बढ़ेगी और देश में विदेशी मुद्रा लाने वाले कमासूतों को सहूलियत मिलेगी साथ ही सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा.
एक नजर में सबेया एयरपोर्ट
हवाइपट्टी बना – 1868
हवाई अड्डे एकड़ में – 517बाउंड्री का काम – 11 किमी की परिधि में
गोरखपुर एयरफोर्स कैंप से दूरी – 125 किमीगोपालगंज से दूरी – 26 किमी
चीन नजदीक होने से सुरक्षा कारणों से बना थाद्वितीय विश्वयुद्व के समय हुआ था उपयोग
Location :
Gopalganj,Gopalganj,Bihar
First Published :
February 05, 2025, 09:02 IST