Last Updated:February 05, 2025, 12:22 IST
PCS Story, UPPSC PCS Exam 2020: यूपी की एक महिला पीसीएस अधिकारी को 70000 की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया. इस घटना ने प्रशासनिक हलके में हड़कंप मचा दिया है. यह कहानी उन तमाम युवाओं को एक सीख भी देती है, जो ...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- महिला पीसीएस अधिकारी किरन चौधरी रिश्वत लेते गिरफ्तार.
- 70000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ी गईं.
- प्रशासनिक हलके में मचा हड़कंप.
PCS Story, UPPSC PCS: काफी मेहतन से पढ़ाई-लिखाई करके तमाम युवा IAS, PCS बनने का सपना साकार कर पाते हैं, लेकिन जब इन सरकारी नौकरियों में पहुंचते हैं, तो उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. कइयों के सामने ऐसे ऐसे ऑफर आते हैं कि वह उसमें उलझ कर रह जाते हैं. एक ऐसा ही मामला सामने आया है. यूपी की महिला पीसीएस अधिकारी का इस महिला पीसीएस अधिकारी (PCS Officer) को 70000 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है. आइए आपको बताते हैं इस महिला अधिकारी की पूरी कहानी…
PCS Officer Kiran Chaudhary: इस महिला अधिकारी का पूरा नाम किरन चौधरी है. किरन चौधरी ने ग्रेजुएशन के बाद सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी की. काफी पढ़ाई लिखाई करके किरन ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की पीसीएस परीक्षा (PCS Exam) पास की वर्ष 2020 में वह उत्तर प्रदेश की पीसीएस अधिकारी बन गईं. किरन इनदिनों मथुरा जिले के जिला पंचायतराज अधिकारी (DPRO) के पद पर तैनात थीं. इसी दौरान उन्हें 70000 की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया.
किरण चौधरी के सोशल मीडिया अकाउंट को देखकर पता चलता है कि वह काफी सक्रिय थीं और उन्होंने कई कार्यक्रमों की तस्वीरें शेयर की हैं, जिसमें तमाम अधिकारियों व कर्मचारी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि एक ग्राम प्रधान ने डीपीआरओ के खिलाफ विजिलेंस में शिकायत की थी, जिसके बाद मंगलवार की सुबह करीब दस बजे लखनऊ विजिलेंस की टीम इंद्रप्रस्थ कॉलोनी स्थित जिला पंचायतराज अधिकारी किरन चौधरी के आवास पर पहुंची. टीम के साथ शिकायतकर्ता भी था. प्रधान ने 70 हजार रुपये डीपीआरओ के ड्राइवर को दिए, जिसके बाद ड्राइवर ने ये पैसे डीपीआरओ किरण चौधरी को ले जाकर दिए. इसके बाद किरण चौधरी ने प्रधान को अंदर बुलाया. प्रधान के साथ विजिलेंस टीम भी घर में घुसी और डीपीआरओ को रिश्वत के पैसों के साथ अरेस्ट कर लिया. इस घटना के बाद प्रशासनिक हलके में हड़कंप मच गया. यह घटना उन तमाम युवाओं के लिए एक सबक भी है, जो आगे चलकर प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहते हैं.
First Published :
February 05, 2025, 12:20 IST