1960 के दशक में एक फिल्म आई थी जिस देश में गंगा बहती है. राज कपूर की इस फिल्म का एक गाना खासा मशहूर हुआ हुआ था. महाकवि शैलेद्र की कलम से लिखे गए गीत के बोल थे ‘बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना…’ हमारे देश में इस कहावत की खूब झलक देखने को मिलती है. यानी यहां लोग किसी ऐसी चीज में ज्यादा रुचि रखते हैं जिनका उनसे दूर-दूर तक कोई नाता न हो. खासकर शादी-ब्याह जैसी चीजों में तो ऐसे लोगों का भी मजमा देखेने को मिलता है जो न तो लड़की वालों को जानते हैं और न ही लड़के वालों को… फिर भी नॉनस्टॉप मस्ती और खाने-पीने से नहीं चूकते. शादी के पंडाल में ऐसे एंट्री लेते हैं जैसे वो दूल्हा-दुल्हन के बेस्ट फ्रेंड हो.
आप सोच रहे होंगे कि भला हम क्यों बेगानी शादी में टांग अड़ाने की कोशिश कर रहे हैं. शादी में कोई जाए कोई खाए इसमें हमारा क्या. लेकिन जनाब बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना बनने वालों ने अब सारी हदें पार कर दी हैं. दरअसल पिछले दिनों लखनऊ में एक शादी समारोह के दौरान जमकर हंगामा काटा गया. लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुछ छात्र बिना बुलाए एक शादी में दावत का लुत्फ उठाने पहुंच गए. लेकिन जब उन्हें रोका गया तो उन्होंने बारातियों से मारपीट की.
वैसे किसी अनजान की शादी में शामिल होना आम बात है. आपने आमिर खान की फिल्म ‘थ्री इडियट्स’ जरूर देखी होगी. इस ब्लॉकबस्टर फिल्म में आईआईटी दिल्ली में पढ़ने वाला लड़का अपने पूरे गैंग के साथ प्रोफेसर की बेटी की शादी में पहुंच जाता है. सारे लड़के वहां जमकर खाना खाते हैं. खूब मौज मस्ती होती है. दर्शक पूरे सीन को देखकर लोग झूमने लगते हैं. ये तो कहानी फिल्मी थी. लेकिन जब हकीकत में ऐसा होता है तो लड़की वालों की महंगाई के इस दौर में चोट लगती है.
वैसे गांव की शादी में किसी अंजान की एंट्री मुश्किल होती है. बाराती और शराती दोनों पक्ष सारे मेहमानों को जानते हैं. लेकिन शहर में माहौल ही अलग होता है. यहां बरातियों को बिठाकर नहीं खिलाया जाता. 56 भोग के साथ पूरी महफिल सज जाती है. जो खाना है खाइए. जितना खाना है उतना खाइए… कोई रोक टोक नहीं. अगर आप में कॉन्फिडेंस है तो बड़े आराम से गेट क्रैश कर सकते हैं.
हालांकि अब चीजें बदल गई हैं. मंहगाई के इस दौर में अगर 20-25 अनजान लोगों ने बारातियों के बीच सेंधमारी कर ली फिर तो खर्चे की हवा निकल जाती है. दरअसल इन दिनों किसी भी जगह शादी में एक प्लेट की कीमत 1000 रुपये से कम नहीं होती. यानी आपको 20-25 हजार का फटका एक झटके में लग जाएगा. लिहाजा अब बारात वाले और घरवाले दोनों चौकन्ना रहते हैं. ऐसे में किसी अनजाने की एंट्री आसान नहीं होती. और अगर हो भी जाए तो फिर उसका बैंड बजना तो तय है.
दिल्ली-पटना जैसे शहरों से शादियों में अंजान लोगों की एंट्री की कहानियां वायरल होती रहती हैं. खासकर ये काम ज्यादातर स्टूडेंट करते हैं. मौज मस्ती और अच्छे खाने की तलाश में ये लोग अंजाने शादी में शामिल हो जाते हैं. ऐसी घटना आमतौर पर स्टूडेंट वाले इलाके में होती है. जैसे दिल्ली में लक्ष्मी नगर, मुखर्जी नगर और पटना में महेंद्रू और बोरिंग रोड. लेकिन भाईयों अब जाग जाओ. ऐसी गलती की तो फिर पिटाई के साथ हवालात में मौज काटेंगे. लखनऊ में ट्रेलर दिख चुका है. अब बारी आपके शहर की है…. तो फिर बेगानी शादी में अब्दुल्ला बनने की कोशिश मत करना.
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FIRST PUBLISHED :
December 3, 2024, 16:09 IST