Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:February 06, 2025, 13:18 IST
Raebareli: घर के किचन से निकलने वाले कचरे को बेकार समझकर फेंक देते हैं तो अभी ये काम बंद कर दीजिए. इससे बहुत ही बढ़िया जैविक खाद तैयार की जा सकती है जिससे आपके पौधे खूब फल देंगे और उन्हें कोई नुकसान भी नहीं होग...और पढ़ें
फलों व सब्जियों के छिलके से जैविक खाद बनाने के बारे में जानकारी देते अरुण कुमार
हाइलाइट्स
- किचन के कचरे से जैविक खाद बनाएं.
- पौधों के लिए लिक्विड खाद तैयार करें.
- रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग कम करें.
रायबरेली. घरों में अधिकतर फलों व सब्जियों का इस्तेमाल करने के बाद उनके छिलकों को हम बेकार समझकर फेंक देते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि हम इनका उचित इस्तेमाल नहीं जानते हैं और बेकार समझकर कूड़ेदान में फेंक देते हैं. लेकिन यही बेकार छिलके हमारे लिए बेहद उपयोगी होते हैं. तो आइए गृह विज्ञान के प्रवक्ता से जानते हैं कि आखिर सब्जियों व फलों के छिलकों को हम किस तरह इस्तेमाल में ला सकते हैं.
रसोईघर के छिलकों से खाद
रायबरेली जिले के एसबीवीपी इंटर कॉलेज के गृह विज्ञान के प्रवक्ता अरुण कुमार सिंह ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि रसोईघर से निकलने वाले कचरे, यानी फलों या सब्जियों के छिलकों से आप घर पर ही लिक्विड खाद बना सकते हैं. जिसका इस्तेमाल आप अपने घर के गमलों में लगे फूलों के पौधों, सब्जियों के पौधों में जैविक खाद के रूप में कर सकते हैं और अच्छी उपज पा सकते हैं. इससे उन पौधों में पोषण की कमी दूर होगी और आप रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग करने से भी बच जाएंगे.
कैसे बनाएं खाद
अरुण कुमार सिंह बताते हैं कि जैविक कचरे, यानी फलों व सब्जियों के छिलकों से जैविक खाद बनाने के लिए फलों व सब्जियों के छिलकों को एक जगह एकत्र कर लें. उसके बाद लगभग 4 किलोग्राम फलों व सब्जियों के छिलकों को गुड़ के साथ एक कंटेनर या बड़े ड्रम में पानी भरकर डुबो दें. उसके बाद 15 दिन तक लगातार इस लिक्विड को लकड़ी की छड़ी के सहारे क्लॉकवाइज घूमाते रहें. ऐसा करके आप 15 दिन में लिक्विड खाद तैयार कर सकते हैं.
ऐसे करना है इस्तेमाल
लिक्विड खाद के तैयार हो जाने पर इसे सामान्य पानी के साथ मिलाकर इस्तेमाल करें, जिससे आपके पौधों को भरपूर पोषक तत्व मिलेंगे. इससे आपका पौधा हरा-भरा होने के साथ ही उत्पादन भी अच्छा देगा. ऐसा करके आप घर के कचरे को आसानी से डीकंपोज भी कर सकते हैं, जिससे यह लैंडफिल में जाने से रुकेगा. साथ ही, यह हमारी धरती को भी दूषित होने से बचाएगा.
Location :
Rae Bareli,Uttar Pradesh
First Published :
February 06, 2025, 13:18 IST