Agency:News18 Madhya Pradesh
Last Updated:February 02, 2025, 12:53 IST
Teflon Implantation by Doctors: खंडवा जिला अस्पताल में पहली बार कान की स्टेपीस सर्जरी हुई. एक कान से कम सुनाई देने की समस्या के कारण अस्पताल में परिजन ने महिला को भर्ती किया था. कान की जाम हड्डी का ऑपरेशन कर टे...और पढ़ें
जिला हॉस्पिटल के डॉक्टर महिलाओं से बात करते हुए
हाइलाइट्स
- खंडवा में पहली बार कान की स्टेपीस सर्जरी हुई.
- महिला की सुनने की क्षमता टेफलॉन पिस्टन से बढ़ी.
- ऑपरेशन निशुल्क किया गया, खर्च 50,000 रुपये से अधिक होता.
Khandwa News: मध्य प्रदेश के खंडवा जिला अस्पताल में चिकित्सा जगत का एक अनोखा और सफल प्रयोग हुआ है. यहां पहली बार कान की स्टेपीस सर्जरी करके मरीज की सुनने की क्षमता को बहाल किया गया. डॉक्टरों ने कान की जाम हड्डी को हटाकर टेफलॉन पिस्टन लगाया, जिससे मरीज अब पहले से बेहतर सुनने लगी है.
कैसे हुई यह अनोखी सर्जरी?
खंडवा मेडिकल कॉलेज सह-जिला अस्पताल में ईएनटी विभाग के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने इस जटिल ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया. इस ऑपरेशन में मरीज के कान के पीछे की जाम हड्डी को खोला गया और उसे टेफलॉन पिस्टन से बदल दिया गया.
इस तरह की सर्जरी अब तक सिर्फ एम्स और मेट्रो सिटी के बड़े अस्पतालों में होती थी, जिसका खर्च 50,000 रुपये से अधिक आता है. लेकिन सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने यह ऑपरेशन निशुल्क किया, जो कि खंडवा में पहली बार हुआ है.
मरीज की हालत और सर्जरी का असर
खंडवा के सोनूद निवासी 35 वर्षीय अंशु पति सौभाग को लंबे समय से दोनों कानों से कम सुनने की समस्या थी. जब ईएनटी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सुनील बाजोलिया ने जांच की, तो पाया कि मरीज के कान के पर्दे सही थे, लेकिन हड्डी जाम हो चुकी थी.
इसके बाद डॉक्टरों ने स्टेपीस सर्जरी करने का फैसला लिया. शुक्रवार को ऑपरेशन के दौरान जाम हड्डी को हटाकर टेफलॉन का पिस्टन लगाया गया. ऑपरेशन के तुरंत बाद जब मरीज की सुनने की क्षमता की दोबारा जांच की गई, तो महिला ने पहले से अधिक सुनाई देने की पुष्टि की.
क्या है स्टेपीस सर्जरी?
स्टेपीस सर्जरी एक जटिल कान का ऑपरेशन है, जिसमें मध्य कान की जाम हड्डी को हटाकर कृत्रिम पिस्टन लगाया जाता है. यह सर्जरी उन मरीजों के लिए वरदान साबित होती है, जो सुनने की शक्ति खोने के कगार पर होते हैं.
Location :
Khandwa,Madhya Pradesh
First Published :
February 02, 2025, 12:53 IST
खंडवा में पहली बार कान की हड्डी में लगाया गया टेफलॉन, मिली सुनने की शक्ति