Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:February 06, 2025, 07:28 IST
Mirzapur News: यूपी के मिर्जापुर में मोहम्मद अंबारुन ने एक दुकान खोली है. उन्होंने बताया कि खराब कपड़ों को मशीन से रुईनुमा बना देते हैं. जहां एक गद्दा तैयार होने में 5 किलो रुई लगता हैं. गद्दा और रजाई का हम 400 ...और पढ़ें
रद्दी कपड़ों से सामान तैयार करता युवक
हाइलाइट्स
- मिर्जापुर में पुराने कपड़ों से रजाई, गद्दा बनते हैं.
- मोहम्मद अंबारुन की दुकान पर 400 रुपए में गद्दा तैयार.
- पुराने कपड़ों से बने गद्दे और रजाई जल्दी खराब नहीं होते.
मिर्जापुर: घर में खराब पड़े कपड़े जो आप इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं. उनसे खास चीज तैयार कर सकते हैं. इसके लिए न आपको ज्यादा पैसे खर्च करने की आवश्यकता हैं और न ही इधर-उधर परेशान होने की. खराब कपड़ों को लेकर आइए और कुछ रूपए देकर रजाई और आरामदायक गद्दा लेकर जाइए.
इससे खराब कपड़ों का भी आप बखूबी प्रयोग कर सकते हैं. घर में खराब हो चुके कपड़ों को अक्सर लोग फेंक देते हैं. उनका इस्तेमाल न होने पर रद्दी के माफिक फेंके रहते हैं. मिर्जापुर में मशीन की मदद से खराब पुराने कपड़ों से रजाई, गद्दा, तकिया और अन्य सामान तैयार किया जा रहा है.
मिर्जापुर में यहां खुली दुकान
मिर्जापुर शहर के सबरी के पास मोहम्मद अंबारुन की दुकान है. अंबारुन खराब कपड़ों से तकिया, कुशन, रजाई और गद्दा तैयार करते हैं. आप पुराने कपड़े लेकर जाएंगे. उन्हें मशीन की मदद से कुतरकर रुई के जैसा बना देता है. ततपश्चात उसका इस्तेमाल किया जाता है. एक घंटे में एक रजाई तैयार हो जाती है. रुई के जैसा बन जाने के बाद नए कवर में भरकर सिल दिया जाता है. इससे जिन कपड़ों का इस्तेमाल नहीं हो रहा है. वह भी काम में आ जाते हैं. इसके लिए आपको बहुत ही कम पैसे खर्च करने पड़ेंगे.
जल्द नहीं होता है खराब
मोहम्मद अंबारुन ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि खराब कपड़ों को हम लोगों के द्वारा मशीन से रुईनुमा बना देते हैं. एक गद्दा तैयार होने में 5 किलो रुई लगता है. रुई तैयार होने के बाद इसे नए खोली में भरकर सिल देते हैं. गद्दा और रजाई का हम 400 रुपए चार्ज लेते हैं. तकिया और कुशन का 50 रुपए लेते हैं. यह करीब एक घंटे में बनकर पूरी तरह से तैयार हो जाती है. वहीं, जल्द खराब भी नहीं होती है.
Location :
Mirzapur,Uttar Pradesh
First Published :
February 06, 2025, 07:28 IST
खराब हो चुके कपड़ों को न करें बर्बाद, यहां बनवाएं आधुनिक रजाई-गद्दा और तकिया