Agency:Local18
Last Updated:February 06, 2025, 09:50 IST
Chhattisgarhi accepted food: छत्तीसगढ़ी थाली की कीमत मात्र 158 रुपए है, जिसमें अलग से जीएसटी चार्ज भी जुड़ता है. गढ़कलेवा में रोजाना 70 से 80 पारंपरिक थालियों की बिक्री होती है. जिससे छत्तीसगढ़ी भोजन की लोकप...और पढ़ें
छत्तीसगढ़ी ट्रेडिशनल थाली का स्वाद
रायपुरः- छत्तीसगढ़ की संस्कृति, खान-पान और पारंपरिक व्यंजनों को संजोए रखने की दिशा में गढ़कलेवा ने अपनी अलग पहचान बनाई है. रायपुर के महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय परिसर में स्थित यह भोजनालय छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का केंद्र है, जहां हर दिन सैकड़ों लोग पारंपरिक स्वाद का आनंद लेने आते हैं. गढ़कलेवा में परोसी जाने वाली छत्तीसगढ़ी ट्रेडिशनल थाली न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि सेहत के लिहाज से भी खास होती है.
इस थाली में 10 से 15 प्रकार के पारंपरिक व्यंजन शामिल होते हैं, जिनमें लाई बड़ी और बिजौरी, जो स्थानीय स्तर पर तैयार किए जाते हैं. छाछ, जो पाचन के लिए लाभदायक होता है. मीठे व्यंजन जैसे अरसा, खुरमी, पीड़िया या लड्डू, जो छत्तीसगढ़ी त्योहारों की मिठास लिए होते हैं. सिजनल भाजी, जो सेहतमंद और पोषक तत्वों से भरपूर होती है. मसालेदार सब्जी और खट्टा सब्जी जैसे कढ़ी और दाल, जो पारंपरिक स्वाद को जीवंत बनाए रखती हैं. वहीं चौसला, रोटी, पापड़ और चावल, जो संपूर्ण भोजन का अहसास कराते हैं.
छत्तीसगढ़ी भोजन की लोकप्रियता
इस संपूर्ण छत्तीसगढ़ी थाली की कीमत मात्र 158 रुपए है, जिसमें अलग से जीएसटी चार्ज भी जुड़ता है. गढ़कलेवा में रोजाना 70 से 80 पारंपरिक थालियों की बिक्री होती है. जिससे छत्तीसगढ़ी भोजन की लोकप्रियता साफ झलकती है. गढ़कलेवा का संचालन ज्ञानदीप महिला स्व-सहायता समूह द्वारा किया जाता है, जो महिला सशक्तिकरण का एक बेहतरीन उदाहरण है. यहां की महिलाएं न केवल पारंपरिक व्यंजनों को सहेज रही हैं, बल्कि आत्मनिर्भरता की मिसाल भी पेश कर रही हैं. गढ़कलेवा की खासियत केवल उसके स्वाद तक सीमित नहीं है, बल्कि यहां भोजन परोसने के लिए कांसे और पीतल के बर्तनों का उपयोग किया जाता है, जिससे छत्तीसगढ़ी संस्कृति की झलक और भी गहरी हो जाती है.
Location :
Raipur,Chhattisgarh
First Published :
February 06, 2025, 09:50 IST
छत्तीसगढ़ी भोजन की बढ़ रही लोकप्रियता, यहां ले 15 प्रकार के व्यंजन का स्वाद