Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:January 22, 2025, 10:34 IST
Saharanpur: सहारनपुर की इस दुकान पर कचौड़ी खास अंदाज में सर्व की जाती है. यहां कचौड़ी के साथ कढ़ी और छोले भी दिए जाते हैं. 50 रुपये की एक प्लेट से आसानी से एक व्यक्ति का पेट भर जाता है. खास बात ये है कि टेस्ट प...और पढ़ें
इस कचौड़ी को खाकर सभी चीजों का स्वाद भूल जाएंगे आप
सहारनपुर. खाने-पीने की चीजों को लेकर सहारनपुर दूर-दूर तक मशहूर है लेकिन सहारनपुर के नागल क्षेत्र में इन दिनों कचौड़ी, छोले और कढ़ी काफी फेमस हो रही है. इसको खाने के लिए लोग दूर-दूर से पहुंच रहे हैं. सहारनपुर के कस्बा नागल हाईवे पर पड़ने वाली ‘बाबा की मशहूर कचौड़ी’ नाम की दुकान पर रोजाना सैकड़ों लोग पहुंचकर कचौड़ी का स्वाद ले रहे हैं. घर के मसालों से तैयार कचौड़ी छोले और कढ़ी खाने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते हैं.
एक बार आने वाला आता है बार-बार
जो एक बार यहां पर बनी कचौड़ी खा लेता है, वह केवल यहीं आकर फिर से कचौड़ी खाना चाहता है. साथ ही पैक कराकर अपने घर भी ले जाता है. स्वाद से भरपूर छोले और कढ़ी के साथ दी जाने वाली कचौड़ी मात्र ₹50 में दी जाती है. इसको खाकर एक व्यक्ति आराम से अपना पेट भर लेता है. कचौड़ी खाने के बाद लोग तारीफों के पुल बांधते हैं. दुकान पर रोहित कश्यप अपने हाथों से कचौड़ी तैयार करते हैं. इससे पहले उनके पिताजी इस कचौड़ी की दुकान पर काम किया करते थे. रोहित कश्यप बताते हैं कि रोजाना 200 से अधिक कचौड़ी की प्लेट आराम से बिक जाती है.
खूब भाता है लोगों को यहां का स्वाद
बाबा की मशहूर कचौड़ी के मालिक रोहित कश्यप ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि वे पिछले 10 साल से नागल क्षेत्र में छोले कचौड़ी की दुकान चलाते आ रहे हैं. कचौड़ी को तैयार करने के लिए घर के समान और मसालों का प्रयोग किया जाता है. साथ ही साथ कचौड़ी के साथ छोले और कढ़ी दी जाती है जो की कचौड़ी के स्वाद को दोगुना अधिक कर देती है. रोहित कश्यप बताते हैं कि उनकी इस कचौड़ी को खाने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं.
नहीं लेते पैसे
इतना ही नहीं अगर किसी को उनकी कचौड़ी का स्वाद पसंद नहीं आता है तो वे उनसे पैसे नहीं लेते हैं. हालांकि यहां अधिकतर ऐसे लोग आते हैं जिनको कचौड़ी काफी पसंद आती है और वे तारीफ करते नहीं थकते. कचौड़ी की प्लेट को तैयार करने के लिए उसमें चावल, छोले, कढ़ी, धनिया और पुदीने की चटनी, प्याज, भुनी हुई लाल मिर्च वगैरह डाली जाती है. ₹50 में तैयार एक प्लेट कचौड़ी एक व्यक्ति के पेट को आराम से भर देती है.
पिता करते थे काम
देवबंद, सहारनपुर, गागलहेड़ी, दिल्ली, मुजफ्फरनगर, शामली, से होकर देहरादून जाने वाले लोग उनके यहां पर रुककर उनकी कचौड़ी खाना काफी पसंद करते हैं. रोहित कश्यप बताते हैं कि उनसे पहले उनके पिताजी कचौड़ी तैयार किया करते थे. उनके पिताजी का बीमारी के चलते स्वर्गवास हो गया. जिसके बाद से वे कचौड़ी तैयार कर रहे हैं और लोगों को उनके हाथ से तैयार कचौड़ी काफी स्वाद लगती है.
Location :
Saharanpur,Uttar Pradesh
First Published :
January 22, 2025, 10:34 IST