Last Updated:January 23, 2025, 17:23 IST
नई दिल्ली. डोनाल्ड ट्रंप के एक बार फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद इंटरनेशनल लेवल पर पॉलिटिक्स और डिप्लोमेसी में नई तरह की सुगबुगाहट देखने को मिल रही है. भारत भी अपने सबसे बड़े पड़ोसी देश चीन के साथ संबंधों को और मजबूत करने की कवायद में जुटा है. कजान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच महत्वपूर्ण बातचीत के बाद नई दिल्ली और बीजिंग लगातार आपसी भरोसे को मजबूत करने में जुटे हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के बाद अब विदेश मंत्री एस. जयशंकर के दूत विदेश सचिव विक्रम मिस्री चीन की यात्रा पर जा रहे हैं. उनके एजेंडे पर कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जिनपर चर्चा होने की संभावना है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
January 23, 2025, 17:23 IST