Last Updated:February 03, 2025, 10:19 IST
Pakistan News: पाकिस्तान ने तालिबान से बिगड़ते रिश्तों के बाद आतंकवादी संगठन आईएसकेपी को मजबूत करने का फैसला किया है. उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई इस संगठन को नए आतंकवादी मुहैया करवाएगी और बलूचिस्तान में ट्रेनिंग ...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- पाकिस्तान ने तालिबान के खिलाफ आईएसकेपी को मजबूत करने का फैसला किया है.
- आईएसआई बलूचिस्तान में नए आतंकवादी ट्रेनिंग सेंटर बनाएगी.
- पाकिस्तान के नए आतंकी प्लान में भारत भी निशाने पर है.
Pakistan News: अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के साथ रिश्ते खराब होने के बाद पाकिस्तान ने अपनी रणनीति बदल दी है. उसने तालिबान को सबक सिखाने के लिए एक आतंकवादी संगठन को मजबूत करने का फैसला किया है. इस आतंकवादी संगठन का नाम आईएसकेपी है. पाकिस्तानी सुफिया एजेंसी आईएसआई इस संगठन को नए आतंकवादी मुहैया करवाएगी. इसके निशाने पर तालिबान अफगान और भारत होंगे.
अपने नए आतंकी प्लान को लेकर पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारी तुर्की में रह रहे निर्वासित अफगान नेताओं से मुलाकात करेंगे. मकसद होगा बलूचिस्तान में नए आतंकवादी ट्रेनिंग सेंटर बनाना और आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के बीच समन्वय स्थापित करना.
अफगान तालिबान से बिगड़ते संबंधों को देखते हुए पाकिस्तान ने आतंक का एक नया प्लान बनाया है. इस प्लान के तहत पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई के खुफिया अधिकारियों ने आतंकवादी संगठन आईएसकेपी के बड़े आतंकवादियों से संपर्क किया है. इस दौरान इन आतंकवादियों को समझाया गया कि यदि तालिबान अफगान द्वारा अफगानिस्तान से भगाए गए पुराने अफगान नेताओं को साथ मिलाया जाए तो आतंक का एक नया इतिहास शुरू हो सकता है.
जनरल असीम मुनीर ने की बैठक
इन आतंकवादियों को बताया गया कि पाकिस्तान सुना के जनरल असीम मुनीर तजाकिस्तान में विद्रोही मोर्चा के नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं. ये नेता भी तालिबान अफगान के खिलाफ अपना समर्थन देने को तैयार हैं.
जानकारी के मुताबिक जल्द ही आतंकवादियों समेत पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी के बड़े अधिकारी तुर्की जा जा रहे हैं. तुर्की दौरे के दौरान ये अधिकारी निर्वासित अफगान नेताओं से मुलाकात करेंगे. माना जा रहा है कि यह निर्वासित अफगान नेता अफगानियों को आतंकवादी संगठन में भर्ती होने के लिए प्रोत्साहित करेंगे. पाकिस्तान के बलूचिस्तान में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी नए ट्रेनिंग सेंटर बनाएगी और यह सारे आतंकवादी इस्लामिक स्टेट खुरासन प्रोविंस को सहयोग करेंगे. इससे अफगानिस्तान में आतंकवाद को नए सिरे से दोहराया जा सके. बताया जा रहा है कि इन आतंकवादियों का इस्तेमाल भारत के खिलाफ भी किया जाएगा.
उधर, अफगान तालिबान के जनरल डायरेक्टेड इंटेलिजेंस को भी पाकिस्तान के नापाक इरादों की बाबत सूचनाएं मिली हैं. इसे लेकर उसने अनेक संदिग्ध लोगों की धरपकड़ शुरू कर दी है. साथी पूर्व अफगान नेताओं की संपर्क में रहने वाले लोगों पर भी निगाह रखी जा रही है.
Location :
Allahabad,Uttar Pradesh
First Published :
February 03, 2025, 10:19 IST