नई दिल्लीः दिल्ली विधानसभा चुनाव एक चरण में होगा। कालका विधानसभा सीट पर भी पांच फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को वोटों की गिनती होगी। कालकाजी सीट पर मुकाबला बेहद कड़ा होने जा रहा है। यहां से दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी चुनाव लड़ रही हैं तो ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। वहीं, बीजेपी ने पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी को अपना उम्मीदवार बनाया है।
कालकाजी में 13 उम्मीदवार लड़ रहे हैं चुनाव
कालकाजी सीट से 13 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें आम आदमी पार्टी की आतिशी, बीजेपी के रमेश बिधूड़ी, कांग्रेस की अलका लांबा, बसपा के प्रीतम सिंह और कई छोटी-छोटी पार्टियों के अन्य उम्मीदवार और निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस पार्टी का दावा है कि विधानसभा चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला होगा। भाजपा का दावा है कि लड़ाई सिर्फ आम आदमी पार्टी (आप) से है। इस सीट पर आम आदमी पार्टी लगातार दो बार चुनाव जीत चुकी है।
कालकाजी सीट का प्रोफ़ाइल
कालकाजी विधानसभा सीट दक्षिणी दिल्ली में स्थित है। यहां पर कालकाजी नाम से माता का प्रसिद्धि मंदिर है। कालकाजी सीट का गठन 2008 में परिसीमन के बाद किया गया था। कालकाली जी दक्षिण दिल्ली लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। कालका जी, बिजवासन, संगम विहार, अंबेडकर नगर, छतरपुर, देवली, तुगलकाबाद, पालम, बदरपुर और महरौली दक्षिण दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। यहां से बीजेपी का सांसद है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र में 1,06,743 मतदाता थे। इनमें से 59,157 मतदाता पुरुष और 47,583 महिला मतदाता थे।
कालकाजी सीट का चुनावी इतिहास
साल 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप उम्मीदवार आतिशी ने 11,393 वोटों के अंतर से यह सीट जीती थी। उन्हें 52.28% वोट शेयर के साथ 55,897 वोट मिले। आतिशी ने बीजेपी उम्मीदवार धर्मबीर सिंह को हराया था, जिन्हें 41.63% यानी 44,504 वोट मिले। कांग्रेस उम्मीदवार शिवानी चोपड़ा सिर्फ 4,965 वोटों (4.64%) के साथ तीसरे स्थान पर रहीं। कुल वैध मतों की संख्या 1,96,794 थी।
2015 के चुनाव में AAP उम्मीदवार अवतार सिंह कालकाजी सीट से जीत हासिल की थी। उन्हें (51.7%) वोट शेयर के साथ 55,104 वोट मिले। भाजपा उम्मीदवार हरमीत सिंह कालका को 35,335 (33.16%) वोट मिले और वह दूसरे नंबर पर रहे। अवतार सिंह कालकाजी ने हरमीत सिंह कालका को 19,769 वोटों के अंतर से हराया था।
कालकाजी में कैसा रहा है कांग्रेस-बीजेपी-आप का हाल
आतिशी को 2020 में 55,897 वोट मिले थे। जो 2015 में AAP के अवतार सिंह को मिले वोट से सिर्फ 793 अधिक हैं। इससे पता चलता है कि कालकाजी में AAP का समर्थन आधार अपेक्षाकृत स्थिर रहा। इसी अवधि में कांग्रेस को 8,587 वोटों का नुकसान हुआ, जबकि बीजेपी को 11,269 वोटों का फायदा हुआ था। नोटा और बसपा दोनों ने 2015 और 2020 दोनों में लगभग 500 वोट हासिल किए थे।
कालकाजी सीट के पिछले विजेता
- 1993: पूर्णिमा सेठी (भारतीय जनता पार्टी)
- 1998: सुभाष चोपड़ा (कांग्रेस)
- 2003: सुभाष चोपड़ा (कांग्रेस)
- 2008: सुभाष चोपड़ा (कांग्रेस)
- 2013: हरमीत सिंह कालका (शिरोमणि अकाली दल)
- 2015: अवतार सिंह (आम आदमी पार्टी)
- 2020: आतिशी (आम आदमी पार्टी)