Last Updated:February 08, 2025, 08:56 IST
Free Education successful India: कहा जाता है कि एक शिक्षित व्यक्ति पूरे समाज को शिक्षित करता है. भारत में साक्षरता दर 74.04 प्रतिशत है. इसमें पुरुषों का प्रतिशत 82.14 और महिलाओं का 65.46 है. भारत सरकार ने हर बच्चे को स...और पढ़ें
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Free Education successful India: भारत में कई स्कीम्स के तहत मुफ्त शिक्षा हासिल कर सकते हैं
हाइलाइट्स
- भारत में मुफ्त शिक्षा के लिए कई सरकारी स्कीम हैं.
- सर्व शिक्षा अभियान का उद्देश्य 6-14 साल के बच्चों को प्राथमिक शिक्षा देना है.
- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना SC, ST, OBC लड़कियों के लिए है.
नई दिल्ली (Free Education successful India). बीते कुछ सालों में स्कूलों की फीस इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि हर अभिभावक अपने बच्चे को पढ़ा पाने में असमर्थ है. कई देश फ्री एजुकेशन यानी मुफ्त शिक्षा के लिए जाने जाते हैं. भारत में भी मुफ्त शिक्षा के लिए कई सरकारी स्कीम शुरू की गई हैं. इनके जरिए भारत का हर बच्चा साक्षर होने का सपना हासिल कर सकता है. हर सरकारी स्कीम की तरह शिक्षा से जुड़ी स्कीमों का फायदा उठाने के लिए भी कुछ शर्तें तय की गई हैं.
शिक्षा को ऐसा शक्तिशाली हथियार माना जाता है, जिसका इस्तेमाल करके दुनिया को बदला जा सकता है. पढ़ा-लिखा व्यक्ति न सिर्फ अपने परिवार, बल्कि पूरे समाज की सोच बदल सकता है. भारत सरकार ने पिछले कुछ सालों में कई तरह की स्कीम्स विकसित और लॉन्च की हैं (Government Schemes That Provide Free Education). शिक्षा से जुड़ी ये सरकारी स्कीम जाति, धर्म या लिंग को आधार बनाए बिना हर किसी को मुफ्त शिक्षा प्रदान करती हैं.
Govt Schemes for Free Education: मुफ्त शिक्षा के लिए 4 सरकारी स्कीम
1- सर्व शिक्षा अभियान (Sarva Shiksha Abhiyan): सर्व शिक्षा अभियान (SSA) भारत सरकार का व्यापक और एकीकृत फ्लैगशिप प्रोग्राम है. इसका उद्देश्य हर बच्चे को यूनिवर्सिल एलिमेंट्री एजुकेशन (UEE) प्रदान करना है. 2001-2002 में राज्य सरकारों और लोकल सेल्फ-गवर्नमेंट के साथ पार्टनरशिप में इसकी शुरुआत की गई थी. सर्व शिक्षा अभियान का उद्देश्य 6 से 14 साल तक के सभी बच्चों को प्राथमिक शिक्षा प्रदान करना है.
2- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना (Kasturba Gandhi Balika Vidyalayas Scheme): भारत सरकार ने KGBV योजना को जुलाई 2004 में शुरू किया था. इसका उद्देश्य अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) और अल्पसंख्यक समुदायों की छात्राओं के लिए रेजिडेंशियल स्कूल स्थापित करना है. इसके तहत 10-18 साल की लड़कियों को जरूरी बुनियादी ढांचा और क्वॉलिटी एजुकेशन प्रदान की जाती है. इससे उनके लिए क्लास 6 से 12 तक की पढ़ाई करना आसान हो जाता है.
3- समग्र शिक्षा (Samagra Shiksha): समग्र शिक्षा योजना स्कूल शिक्षा के लिए इंटीग्रेटेड स्कीम है. इसके जरिए प्री-स्कूल से लेकर कक्षा 12वीं तक, सब कवर किया जाता है. इस योजना का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी बच्चों को क्वॉलिटी एजुकेशन हासिल हो. इसमें बच्चों की विविध पृष्ठभूमि, बहुभाषी जरूरतों और विभिन्न शैक्षणिक क्षमताओं का ध्यान रखा जाता है. साथ ही सीखने की प्रक्रिया में उन्हें सक्रिय भागीदार बनाने पर जोर दिया जाता है.
4- सीबीएसई उड़ान कार्यक्रम (CBSE Udaan Program): मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) के गाइडेंस में सीबीएसई ने इस स्कीम की शुरुआत की है. इसके तहत छात्राओं को इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम यानी जेईई की तैयारी के लिए मुफ्त सहायता प्रदान की जाती है. इस कार्यक्रम के तहत कक्षा 11वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स को स्कूली पढ़ाई के साथ प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए वर्चुअल वीकेंड क्लासेस और प्री-लोडेड टैबलेट पर स्टडी मटीरियल उपलब्ध करवाया जाता है.
इन केंद्रीय सरकारी योजनाओं के साथ ही विभिन्न राज्य सरकारों ने बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं.
First Published :
February 08, 2025, 08:56 IST