Last Updated:January 24, 2025, 12:24 IST
Shri Prakash Shukla: श्री प्रकाश शुक्ला कितना खतरनाक था, उसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि वह जिंदा कभी पुलिस के हाथ नहीं आया और यूपी में एसटीएफ यानी कि स्पेशल टास्क फोर्स का गठन उसके एनकाउंटर के लिए ही ...और पढ़ें
पूर्वांचल का डॉन श्री प्रकाश शुक्ला किसी पहचान की मोहताज नहीं है. उसके कारनामे ही उसका पहचान पत्र हैं. कभी बंदूक के दम पर उत्तर प्रदेश में राज करने का सपना देखने वाला श्री प्रकाश शुक्ला कितना खतरनाक था. यह पुलिस अफसरों व पत्रकारों द्वारा सुनाए गए श्री प्रकाश शुक्ला के किस्से से पता चलता है. अपनी गाड़ी में एके-47 लेकर चलता था वो. श्री प्रकाश शुक्ला के नाम का खौफ केवल यूपी तक ही सीमित नहीं था. बल्कि बिहार में भी उसका साम्राज्य पनपा हुआ था, जिसके उसका साथ उस वक्त देते थे बाहुबली सूरजभान सिंह. श्री प्रकाश शुक्ला सूरजभान सिंह को दादा कहता था. वहीं सूरजभान सिंह ने श्री प्रकाश शुक्ला को एक नया नाम भी दिया था, जो कि अशोक सिंह था. श्री प्रकाश शुक्ला कितना खतरनाक था, उसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि वह जिंदा कभी पुलिस के हाथ नहीं आया और यूपी में एसटीएफ यानी कि स्पेशल टास्क फोर्स का गठन उसके एनकाउंटर के लिए ही किया गया था.
हरीशंकर तिवारी से थी श्री प्रकाश शुक्ला की अदावत
श्री प्रकाश शुक्ला गोरखपुर का रहने वाला था. वहां उसकी अदावत हरीशंकर तिवारी से चलती थी. हरिशंकर तिवारी भी अपने वक्त में बड़े बाहुबली थे. प्रदेश में उनका एक अलग साम्राज्य था, जो कि हाता के नाम से जाना जाता था. तिवारी जी का हाता हर किसी की जुबां पर है. लोग तो यह भी कहते हैं कि पूर्वांचल में गैंगवार की शुरुआत भी हरिशंकर तिवारी ने ही की थी. लेकिन हरिशंकर तिवारी भी एक वक्त पर श्री प्रकाश शुक्ला से खौफ खाने लगे थे. एक पॉडकास्ट में वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेश्वर श्री प्रकाश शुक्ला और हरिशंकर तिवारी की अदावत का किस्सा बताते हैं.
हरिशंकर तिवारी भी श्रीप्रकाश शुक्ला से खाते थे खौफ
ज्ञानेश्वर बताते हैं जब श्री प्रकाश शुक्ला अपने उरूज पर था, तब वह खुले तौर पर हत्या करता था और धमकी देता था. श्री प्रकाश शुक्ला से हरिशंकर तिवारी इतना खौफ खाने लगे थे कि वह अपने साथ दो मिनी बस और गाड़ियों का काफिला लेकर चलते थे. हरिशंकर तिवारी अपनी गाड़ी में श्री प्रकाश शुक्ला के पिता को बैठाकर चलते थे. क्योंकि वह जानते थे कि श्री प्रकाश शुक्ला किसी भी वक्त उनकी हत्या कर सकता है.
ब्रांडेड कपड़ों का शौकीन था श्रीप्रकाश शुक्ला
ऐसे में जब उसके पिता उस गाड़ी में मौजूद रहेंगे तो वो सेफ रहेंगे. इस बीच एक बार श्री प्रकाश शुक्ला ने हरिशंकर तिवारी को फोन किया और कहा कि तुम मेरे बाप को लेकर घूम रहे हो ना, तुम्हें जरूर गोली मारूंगा. IPS राजेश पाण्डेय बताते हैं कि श्री प्रकाश शुक्ला देखने में बहुत ही स्मार्ट और हैंडसम था. वह हमेशा ब्रांडेड कपड़े, जूते और चश्मे पहनता था. उसे बंदूकों का बहुत शौक था.
First Published :
January 24, 2025, 12:24 IST
नाम- श्री प्रकाश शुक्ला, काम- हत्या... डॉन से हरिशंकर तिवारी भी डरते थे