Last Updated:January 20, 2025, 15:53 IST
Good News: ऐसी बातें जो कई बार आम लोगों के लिए सामान्य होती हों, लेकिन उनके लिए बड़ी होती हैं जिन्हें कभी यह प्राप्त न हुआ हो. ऐसी ही बड़ी बात झारखंड के चार जिला के निवासियों के लिए होने जा रही है. आजादी के...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- झारखंड के चार जिलों में पहली बार बिछाई जाएंगी रेल पटररियां.
- खूंटी, चतरा, सिमडेगा और गुमला में 120 किमी रेल ट्रैक बिछेगा.
रांची. भारत सरकार के रेल मंत्रालय ने एक ऐसी घोषणा की है जिससे झारखंड के चार जिलों के निवासियों की बांछें खिल गईं हैं. स्वतंत्रता प्राप्ति के 75 साल के बाद भी इन जिलों में रेल नहीं पहुंची है, लेकिन भारत सरकार ने अब झारखंड के खूंटी, सिमडेगा, गुमला और चतरा जिलों में रेल पटरियां बिछाने की पहल शुरू कर दी है. इसके लिए झारखंड रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (JRIDCL) ने सर्वेक्षण भी पूरा कर लिया है और 120 किलोमीटर रेलवे लाइन बिछाने की तैयारी पूरी कर हो चुकी है.
जानकारी के अनुसार, इस रेल परियोजना के लिए शुरुआती तौर पर सर्वेक्षण पूरा हो चुका है. बताया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट के लिए रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेज भी दिया गया है. रिपोर्ट के अनुसार,चतरा से हजारीबाग के बीच 42 किलोमीटर रेल लाइन बिछाई जाएगी, वहीं गुमला से लोहरदगा के बीच 55 किलोमीटर, गुमला से सिमडेगा तक 43 किलोमीटर और खूंटी से हटिया तक 20 किलोमीटर रेल ट्रैक बिछाए जाएंगे. बहुत जल्द झारखंडवासियों को इसकी सौगात भी मिल जाएगी. रेलवे मंत्रालय ने यह भी बताया है कि इन जिलों से जो भी रेलवे जुड़ेंगे इनका टोटल कंट्रोल रांची डिवीजन के पास होगा.
इस परियोजना का हिस्सा है यह प्रोजेक्ट
अधिकारियों के अनुसार, अगस्त 2024 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लगभग 6500 करोड़ रुपए की तीन रेलवे परियोजनाओं को मंजूरी दी थी. इसमें ओड़िशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल के सात जिलों को कवर करते हुए भारतीय रेलवे में दो नई लाइन और एक मल्टी ट्रैकिंग परियोजना स्थापित करना शामिल था. इसी परियोजना इसी प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाते हुए रेलवे मंत्रालय ने इन चार जिलों को में रेलवे पटरियां बिछाने का फैसला कर लिया है.
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बता दें कि भारत में पहली ट्रेन अंग्रेजों ने 16 अप्रैल 1853 को चलाई थी. तब मुंबई के बोरिबंदर से पुणे के बीच पहली ट्रेन चली थी. लेकिन इतने वर्षों के बाद भी भारत के कई इलाके ट्रेन से अभी भी अछूते हैं. बता दें कि 1950 में रेलवे का राष्ट्रीय का कारण किया गया था. आजादी होने के 75 साल बीत गए लेकिन कई क्षेत्रों में रेलवे की पहुंच नहीं हो पाई. अब केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने ऐसे सभी अछूते इलाकों को रेल से जोड़ने की कई परियोजनाएं चला रही है.
Location :
Ranchi,Jharkhand
First Published :
January 20, 2025, 15:53 IST