Agency:News18 Rajasthan
Last Updated:January 22, 2025, 15:01 IST
Sirohi Environment Protection Initiative: सिरोही जिला के शिवगंज निवासी पर्यावरण प्रेमी ओमप्रकाश कुमावत ने करीब 15 साल पहले एक व्यक्ति एक पौधा मिशन की शुरुआत की थी. जिसमें कुमावत और उनकी टीम हार प्रकार के आयोजन ...और पढ़ें
पर्यावरण प्रेमी ओमप्रकाश कुमावत
सिरोही. प्रकृति को बचाने के लिए पेड़-पौधे बहुत जरूरी है. सिरोही जिले में एक पर्यावरण प्रेमी ऐसे भी हैं, जो हर शादी समारोह, बर्थडे पार्टी या किसी अन्य आयोजन में लोगों को महंगे गिफ्ट की जगह पौधे वितरित कर रहे हैं. शादी समारोह में दूल्हा-दुल्हन को जब पौधा दिया जाता है, तो हर कोई हैरान होने के साथ ही इस पहल की तारीफ भी करता है. जिले के शिवगंज निवासी पर्यावरण प्रेमी ओमप्रकाश कुमावत ने करीब 15 साल पहले एक व्यक्ति एक पौधा मिशन की शुरुआत की थी. जिसमें कुमावत और उनकी टीम हार प्रकार के आयोजन में जाकर लोगों को पौधा गिफ्ट करते हैं और उन्हें पौधरोपण करने और उसकी देखभाल करने के लिए प्रेरित करते हैं.
पर्यावरण प्रेमी कुमावत ने स्काउट से जुड़े होने की वजह से स्काउट के नियम अनुसार एक स्काउट पशु पक्षियों का मित्र व प्रकृति प्रेमी होता है. इस नियम से प्रेरित होकर कुमावत ने इस पहल की शुरुआत की. उन्होंने पर्यावरण जागरूकता व संरक्षण के अपने जीवन को समर्पित कर दिया. शिवगंज व सुमेरपुर क्षेत्र में किसी का भी जन्मदिन हो, शादी की वर्षगांठ, पुण्यतिथि तिथि पर ग्रीन कैफ पहने हुए हाथों में तुलसी का पौधा लिए तैयार नजर आते हैं.
15 साल में लगा चुके हैं 8 हजार से ज्यादा पौधे
पर्यावरण जागरूकता का कार्य पिछले करीब 15 वर्षों से पर्यावरण जागरूकता अभियान अनवरत जारी है. पर्यावरण प्रेमी कुमावत ने बताया कि शुरुआती 4 साल में किसी भी प्रकार गतिविधि को सार्वजनिक नहीं करते थे. एक सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर उनका मानना है कि लोगों को वनस्पति की सेवा करते रहना चाहिए. कुमावत और उनकी टीम के द्वारा अब तक 8000 से अधिक पौधौ लगाए जा चुके हैं. जिसमें औषधीय व सजावटी पौधे भी शामिल है. सोशल मीडिया के माध्यम से राजस्थान समेत गुजरात, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड समेत विभिन्न राज्यों में आठ लाख से अधिक लोगों को जन्मदिन, पुण्यतिथि, शादी समारोह या कोई भी प्रसंग पर पौधरोपण करने के लिए प्रेरित किया है. इस परंपरा को उन्होंने पौधा रस्म नाम दिया है.
पौधा रस्म को अपना चुके हैं कई लोग
कुमावत ने बताया कि आमतौर पर बर्थडे पार्टी में केक काटने और महंगे गिफ्ट देने की परंपरा है. जिसमें काफी गिफ्ट का बाद में कोई उपयोग नहीं होता है. केक प्रथा का त्याग कर बढ़ते हुए प्रदुषण को रोकने के लिए पौधा-रस्म अपनाकर पर्यावरण जागरूकता अभियान में सहभागिता के लिए प्रेरित किया जाता है. पौधा-रस्म के निर्मित वनस्पति संरक्षण, पशु-पक्षियों की सेवा का संकल्प दिलवाया कर पुण्य के लिए कार्य करवाया जाता है. ये पौधा रस्म भारत का प्रत्येक समाज अपनाए, इसके लिए प्रत्येक समाज के पंच पटेलों से आग्रह है वे अपनी रीति रिवाजों में पौधा रस्स को प्राथमिकता दें और पर्यावरण संरक्षण सहभागिता निभाएं. यह एक व्यक्ति एक पौधा मिशन के अन्तर्गत प्रोजेक्ट है.
गौसेवा और गौरेया को बचाने के लिए कर रहे कार्य
कुमावत और उनकी टीम गौसेवा के साथ ही विलुप्त हो रही घरेलू गौरेया को बचाने के लिए गौरेया आओ ना अभियान चलाकर गौरेया संरक्षण के लिए परिंदा व गौरेया हाउस वितरण किए जाते हैं. इको गुड हैबिट में बच्चों को पौधे भेंट कर उन्हें पर्यावरण के प्रति अच्छे संस्कार दिए जाते हैं. इको एक्सरसाईज इवेंट में पेड़ पौधों के संरक्षण के लिए स्वेच्छिक श्रमदान किया जाता है. 2025 में युज वेस्ट-पर्यावरण बेस्ट के माध्यम से पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम जारी है.
राज्य स्तर पर भी हो चुके हैं सम्मानित
ओमप्रकाश कुमावत को अपनी पहल पर 15 अगस्त 2024 को सिरोही जिला कलक्टर द्वारा पर्यावरण जागरूकता अभियान के प्रशस्ति पत्र, पर्यावरण राष्ट्रीय ब्रांड एंबेसडर प्रशस्ति पत्र से सम्मानित हो चुके हैं. इसके लिए स्वच्छ भारत मिशन स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर, पर्यावरण मित्र अवार्ड पहला कदम फाऊंडेशन हरियाणा, ग्रीन कैप से सम्मानित जोधपुर, राजस्थान स्टेट भारत स्काउट गाईड नागौर ऑनलाइन प्रशस्ति पत्र, सेवा श्री अवार्ड, भारत पीपल रत्न अवॉर्ड उत्तर प्रदेश, इन्टरनेशल पीपल रत्न अवॉर्ड, सहित राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हो चुके हैं.
Location :
Sirohi,Rajasthan
First Published :
January 22, 2025, 15:01 IST