Last Updated:February 06, 2025, 14:51 IST
How to marque children slumber independently: अगर आपका बच्चा बड़ा हो रहा है और अब भी आपके साथ सोता है, तो यह उसकी मेंटल और सोशल ग्रोथ में रुकावट बन सकता है. इस उम्र तक बच्चों को खुद के बेड पर सोने की आदत डाल लेनी...और पढ़ें
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माता-पिता का प्यार और सपोर्ट बच्चे को अकेले सोने के लिए हिम्मत देता है. Image: Canva
हाइलाइट्स
- बच्चों को अकेले सोने की आदत डालना फायदेमंद है.
- अकेले सोने से बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है.
- लेकिन यह प्रक्रिया धैर्य और समझदारी से करना जरूरी है.
How to halt co-sleeping with kids: बच्चों के ओवर ऑल ग्रोथ में नींद एक अहम भूमिका निभाती है. जब वे सोते हैं और रात में अपने माता-पिता को पास पाते हैं तो वे खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं और बेहतर तरीके से सो पाते हैं. लेकिन जब बच्चे बड़े होने लगते हैं और उन्हें उनके माता-पिता के साथ सोने की आदत हो जाती है, तो यह उनके मानसिक और सामाजिक विकास में रुकावट की वजह बन सकता है. इस आदत के कारण, बच्चे अकेले रहने, दोस्त बनाने या अपनी पहचान को समझने में पीछे रह सकते हैं. यही नहीं, वे इमोशन एक्सप्रेस करने में भी संकोच करने लगते हैं. जब बच्चा अकेले सोता है, तो वह अपने इमोशन, डर और जरूरतों के बारे में अधिक समझने लगता है और मैनेज करने की क्षमता विकसित करता है. इस तरह सही उम्र में अकेले सोने की आदत हेल्दी ग्रोथ के लिए बेहद जरूरी है. अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा अकेले सोने की आदत डाले, तो कुछ आसान और प्रभावी उपाय यहां बताए जा रहे हैं.
बढ़ते बच्चों को अकेले सोने की कैसे डालें आदत-
थोड़ा-थोड़ा बदलाव: जब तक आपका बच्चा पूरी तरह से मानसिक रूप से अकेले सोने के लिए तैयार नहीं होता, उसे धीरे-धीरे अकेले सोने के लिए मोटिवेट करें. शुरुआत में, आप उसके बिस्तर पर लेटकर कहानी सुनाएं और सुला दें. जब वह सो जाए तो बाहर आ जाएं.
रूटीन सेट करें: बच्चे के लिए रात का एक रूटीन सेट करें. जैसे कि रात को कहानी सुनाना, हल्का भोजन या फिक्स टाइम पर बेड पर जाना. इस प्रक्रिया को नियमित करने से बच्चा समय के साथ अकेले सोने की आदत डालने लगेगा.
सुरक्षा का अहसास: बच्चे को यह समझाना जरूरी है कि वह सुरक्षित है, चाहे वह अकेले सो रहा हो. रात में एक रात की लाइट या उसकी पसंदीदा खिलौने को पास रखकर उसे सुरक्षित महसूस करवा सकते हैं.
प्रशंसा और पुरस्कार: जब बच्चा अकेले सोने की हिम्मत करे तो उसकी सराहना करें और उसे एक छोटा पुरस्कार दें. यह उसे और मोटिवेट करेगा.
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पॉजिटिव बातें करें– बच्चे को बताएं कि अकेले सोने से वह बड़ा और स्वतंत्र महसूस करेगा. इस तरह वह आगे चलकर हर काम अकेले कर पाएगा.
इस बात का रखें ख्याल– यह प्रक्रिया धैर्य और समझदारी से करना जरूरी है. माता पिता का प्यार और सपोर्ट बच्चे को अकेले सोने के लिए हिम्मत देगा, जो आगे चलकर उनके मानसिक और सामाजिक विकास में मददगार साबित होगा.
First Published :
February 06, 2025, 14:51 IST