Agency:News18 Madhya Pradesh
Last Updated:February 08, 2025, 11:09 IST
Sehore News: मध्य प्रदेश में एक ऐसा गांव है, जिसकी मान्यता सुनने के बाद सबके मुंह खुले रह जाते हैं. यहां दूध की नदी बहती है, लेकिन कोई दूध नहीं बेच सकता. इसके पीछे एक बाबा का डर है. जानें सब...
सिहोर का अनोखा गांव जहां दूध नहीं बेच सकते. जानें क्यों
हाइलाइट्स
- सीहोर के गांव में दूध बेचना मना है
- दूध बेचने पर पशु बीमार या भाग जाते हैं
- गांव में दूध फ्री में दिया जाता है
सागर/सीहोर: मध्य प्रदेश में भी कई ताने-बाने हैं तो कई अजीबोगरीब मान्यताएं प्रचलित हैं. ऐसी ही एक घटना सीहोर जिले के एक छोटे से गांव से सामने आई है. यहां की अनोखी मान्यता सुनकर हर कोई हैरान रह जाता है. इस गांव में गाय-भैंस का दूध तो खूब होता है, लेकिन उसे बेचा नहीं जाता. जो भी लेने आए उसे फ्री में ही दिया जाता है. यह परंपरा सदियों से चली जा रही है. अगर कोई दूध के पैसे लेता है तो उसका पशु बीमार हो जाता है या फिर भाग जाता है.
यही वजह है कि गांव वाले भूलकर भी दूध के पैसे नहीं लेते. इसको लेकर ग्रामीण प्रवीण मेवाड़ा का कहना है कि उनके गांव बिशनखेड़ा में एक सिद्ध संत की गादी है, जिन्हें देवनारायण बाबा के नाम से जाना जाता है. बाबा ही इस गांव की रक्षा कर रहे हैं, इसलिए यहां न कोई शराब पीता है न कोई मांस खाता है, न ही ऐसा करके कोई गांव के अंदर आ सकता है. दूध का उपयोग भी लोग अपने घरेलू काम और स्वास्थ्य के लिए ही करते हैं. उसका व्यापार नहीं कर सकते हैं.
कुछ लोगों ने की थी बेचने की कोशिश, तब..
एमएस मेवाड़ा के मुताबिक, जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित इस गांव में मान्यता है के अनुसार, 800 की आबादी वाले इस गांव में हर घर में गाय-भैंस है. लेकिन, यहां का दूध किसी को भी बेच नहीं सकते हैं. कुछ लोगों ने बीच में ऐसा करने का प्रयास किया था, तो उनके धन की हानि हो गई थी. माना जाता है कि इससे देव बाबा नाराज हो जाते हैं. गांव वालों के द्वारा दूध बेचा तो नहीं जाता, लेकिन किसी को जरूरत होती है तो फ्री में दे देते हैं. इससे उनकी गौ रक्षा और गौ सेवा भी प्रदर्शित होती है.
Location :
Sagar,Madhya Pradesh
First Published :
February 08, 2025, 11:09 IST
'बाबा' का डर! इस गांव के हर घर में गाय-भैंस..पर बेच नहीं सकते दूध, वजह अजीब