बेहद खास है रामपुर की यह कला, मिला जीआई टैग, अब महिलाओं के जीवन में आएगा बदलाव

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रामपुर

रामपुर के पैचवर्क को मिला जीआई टैग, कला को मिली नई पहचान

Rampur News: जीआई टैग किसी उत्पाद को उसके भौगोलिक क्षेत्र और उसकी विशेष पहचान से जोड़ता है. यह टैग मिलने से न केवल उस उ ...अधिक पढ़ें

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अंजू प्रजापति/रामपुर: रामपुर की पहचान मानी जाने वाली पैचवर्क हस्तकला को बड़ी उपलब्धि मिली है. इसे जीआई (जियोग्राफिकल इंडिकेशन) टैग से सम्मानित किया गया है, जो न केवल इस कला को नई पहचान देगा, बल्कि इसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रसिद्ध बनाएगा. यह सफलता जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह और मुख्य विकास अधिकारी नंद किशोर कलाल के अथक प्रयासों का नतीजा है.

नई दिल्ली में वस्त्र मंत्रालय के जीआई एंड बियॉन्ड 2024 सम्मेलन में केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने रामपुर के पैचवर्क को जीआई टैग प्रदान किया. इस दौरान जन कल्याण समिति की सदस्य कुमारी सरला ने इस ऐतिहासिक मौके पर प्रमाण-पत्र प्राप्त किया.

जीआई टैग किसी उत्पाद को उसके भौगोलिक क्षेत्र और उसकी विशेष पहचान से जोड़ता है. यह टैग मिलने से न केवल उस उत्पाद को कानूनी सुरक्षा मिलती है, बल्कि उसकी गुणवत्ता और परंपरा को भी बढ़ावा मिलता है. यह रामपुर के पैचवर्क को देश और दुनिया के बाजार में अपनी खास जगह बनाने में मदद करेगा.

उपायुक्त उद्योग मनीष कुमार पाठक के अनुसार, रामपुर की पैचवर्क कला को जीआई टैग मिलने से महिलाओं के जीवन में बड़ा बदलाव आएगा. एक जनपद-एक उत्पाद योजना के तहत स्थानीय महिलाएं आसानी से ऋण लेकर अपने उत्पाद को तैयार कर सकती हैं और उन्हें बाजार में बेच सकती हैं. इससे वे आत्मनिर्भर बनेंगी और अपनी कला को दुनिया के सामने ला सकेंगी.

रामपुर में करीब 51 हजार हस्तशिल्पी हैं, जिनमें से 28 हजार से अधिक पैचवर्क से जुड़े लघु कुटीर उद्योग चला  रहे हैं. यह जीआई टैग इन इकाइयों को बाजार में नई पहचान और बेहतर अवसर प्रदान करेगा. इसके जरिए न केवल रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे, बल्कि रामपुर की इस समृद्ध परंपरा को नई पीढ़ी तक पहुंचाने में मदद मिलेगी.

रामपुर का पैचवर्क अपनी अनोखी डिजाइन और बेहतरीन गुणवत्ता के लिए पहले से ही मशहूर है. जीआई टैग मिलने के बाद यह कला वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाएगी. विशेषज्ञों का मानना है कि इस टैग के जरिए न केवल स्थानीय बाजारों में मांग बढ़ेगी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर भी रामपुर की इस कला का बोलबाला होगा.

Tags: Hindi news, Local18

FIRST PUBLISHED :

December 3, 2024, 15:52 IST

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