![मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सामूहिक नकल के मामले सामने आने पर परीक्षा केंद्रों पर स्थाई प्](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
महाराष्ट्र में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को नकलविहीन बनाने के उद्देश्य में देवेंद्र फडणवीस सरकार ने कड़ा कदम उठाया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है जिन एग्जाम सेंटर्स पर 10वीं और 12वीं क्लास की बोर्ड परीक्षाओं में सामूहिक रूप से नकल की सूचना मिलेगी, उन ,भी पर स्थाई रूप से रोक लगा दी जाएगी। बता दें कि महाराष्ट्र में 12वीं की परीक्षा शुरू हो गई है। महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के मुताबिक कक्षा 12वीं की परीक्षा के पहले दिन ही 42 मामले सामने आए।
'ड्रोन और वीडियो कैमरों से रखें संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर नजर'
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बीते मंगलवार(11 फरवरी) को संवेदनशील एग्जाम सेंटर्स ड्रोन और वीडियो कैमरों से नजर रखने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि यदि नकल कराने में स्कूल का कोई कर्माचारी या टीचर्स की भूमिका पाई गई तो उन्हें बर्खास्त कर दिया जाए। यह फैसला मंगलवार को राज्य मंत्रिमडल की बैठक के दौरान लिया गया।
'सभी जिलाधिकारी स्पेशल दस्ते बनाएं'
राज्य के मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस के अधिकारियों से भी बात की और एग्जाम की तैयारियों का जायजा लिया। सीएम फडणवीस ने कहा कि सभी जिलाधिकारी स्पेशल दस्ते बनाएं जो एग्जाम शुरू होने से एक घंटा पहले परीक्षा केंद्रों पर पहुंचें और उत्तर पुस्तिकाएं संरक्षक के पास जमा होने तक वहीं रहें। बता दें कि राज्य के 3,373 केंद्रों पर 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो गई हैं जो 18 मार्च 2025 तक चलेंगी।
राज्य माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने बताया, "एचएससी परीक्षा के पहले दिन नकल के 42 मामले सामने आए।" राज्य के तीन हजार से अधिक परीक्षा केंद्रों पर पहले दिन 15 लाख से ज्यादा छात्रों ने अंग्रेजी विषय की परीक्षा दी। (With PTI Input)